हिंसा के लिए धन मुहैया कराने वाली कंपनी की फाइल की फिर से शुरू हुई जांच

-धोखाधड़ी का साक्ष्य मिला तो सपा विधायक सोलंकी की पत्नी के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा

कानपुर (हि.स.)। महाराजगंज जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक इरफान सोलंकी के परिवार पर पुलिस का शिकंजा अब और कसने लगा है। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी के निर्देश पर पुलिस ने 03 जून 2022 को हुई हिंसा मामले की जांच फिर से शुरू कर दी है। हिंसा के लिए धनमुहैया कराने वाले हाजी वसी की कंपनी में विधायक की पत्नी नसीम सोलंकी निदेशक होने की फाइल मामले की जांच पुलिस ने फिर से खोल दिया है।

संयुक्त पुलिस आयुक्त ने मंगलवार को बताया कि कानपुर में 03 जून 2022 को हुई हिंसा मामले में धन मुहैया कराने के आरोप में बिल्डर हाजी वसी को जेल भेजा गया था। वसी की एक कंपनी हमराज कंस्ट्रक्शन में वसी के अलावा इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी, चाचा मोहम्मद मेराज, मोहम्मद वसीम और खदीजतुल कुबरा निदेशक के पद पर कार्यरत रहे हैं लेकिन हिंसा में जब आरोप लगे तो विधायक की पत्नी नसीम सोलंकी ने बताया कि वह कंपनी से 2016 में ही इस्तीफा दे चुकी हैं। जबकि दावा है कि नसीम ने बैक डेट में इस्तीफा दिया है। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।

मामले की जानकारी होने के बाद इरफान की पत्नी नसीम के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। पूरे प्रकरण की जांच अपराध शाखा ने शुरू भी कर दी है। जांच के दौरान मिलने वाले साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करते हुए यदि धोखाधड़ी का प्रमाण मिलेगा तो नसीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

राम बहादुर/दिलीप

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