हाथरस कांड: उप्र को जलाने की साजिश में जुटे पीएफआई के मास्टरमाइंड समेत चार गिरफ्तार

मथुरा(हि.स.)। मथुरा की मांट पुलिस ने बीतीरात यमुना एक्सप्रेस-वे के मांट टोल पर दिल्ली से हाथरस जा रहे कार सवार चार संदिग्ध लोगों को पकड़ा है। ये आरोपित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) एवं उसके सह संगठन कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से जुड़े है। 

पूरे प्रदेश को जलाने की साजिश रचने वाले पीएफआई के मास्टर माइंड बताए जा रहे हैं। पुलिस की मानें तो मास्टमाइंड अतीकुर्रहमान पत्रकार बनकर हाथरस की आग देश में भड़काने में लगा था। यह केरल का पीएफआई एजेंट है। सूत्रों की मानें तो फंड रेजिंग की कमान भी इसी के पास थी।
 सूत्रों ने बताया कि अतिकुर्रहमान उर्फ अतीक पुत्र रौनक अली निवासी ग्राम रियावली नगला पूर्वी-4, थानाक्षेत्र रतनपुरी, जनपद-मु.नगर का निवासी है। यह वर्तमान में कैम्पस फ्रण्ट आफ इण्डिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कोषाध्यक्ष है। अ​तिकुर्रहमान विगत 3-4 से दिनों से दिल्ली में शाहीन बाग में रह रहा है।
इनके पास से आपत्तिजनक वेबसाइट से जुड़े होने के भी पुख्ता सबूत पुलिस को मिले हैं। तमाम भड़काऊ और आपत्तिजनक कंटेंट भी बरामद किए हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ संयुक्त पूछताछ के बाद विधिक कार्रवाई कर रही है।  
मंगलवार सुबह एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि ऐसी सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति दिल्ली से हाथरस की तरफ जा रहे हैं, जिसका संज्ञान लेते हुए मांट थाना पुलिस एवं एसओजी टीम अन्य टीम यमुना एक्सप्रेस-वे के मांट टोल प्लाजा पर चैकिंग करने लगी, सोमवार की देर रात करीब साढ़े 11 बजे दिल्ली की ओर से आती स्विफ्ट डिजायर कार (डीएल 01 जेडसी 1203) को रोका गया। जिसमें सवार अतीकुर्रहमान  के साथ सिद्दीकी पुत्र मोहम्मद चैरूर निवासी बेंगारा थाना मल्लपुरम केरल, मसूद अहमद निवासी कस्बा व थाना जरवल जिला बहराइच तथा आलम पुत्र लईक पहलवान निवासी घेर फतेह खान थाना कोतवाली जिला रामपुर पकड़ लिया। 
 ये चारों ही पीएफआई एवं सीएफआई के मास्टर मांइड शातिर सदस्य है। चारों के कब्जे से मोबाइल, लैपटॉप एवं शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला संदिग्ध साहित्य प्राप्त हुआ। ये लोग हाथरस के बहाने उत्तर प्रदेश को जलाने की साज़िश में शामिल है। आपत्तिजनक वेबसाइट से जुड़े होने के भी सुराग़ मिले हैं, तमाम भड़काऊ और आपत्तिजनक कंटेंट भी बरामद किए हैं। इनके खिलाफ निरोधात्मक कार्यवाही की गई है, संयुक्त पूछताछ के उपरांत अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाएगी। 

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