हमीरपुर में नाबालिग बच्चों ने मनरेगा में चलाए फावड़े

– फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद अफसर भी हैरान, डीएम ने दिए मामले की जांच के आदेश

हमीरपुर (हि.स.)। जिले में मनरेगा योजना को गांव के सरपंच ही पलीता लगा रहे है। एक गांव में तो हद ही हो गई जब स्कूलों में पड़ने वाले बच्चों के नाम पर मजदूरी की बड़ी धनराशि ठिकाने लगा दी गई। समाजसेवी संस्था ने इस मामले का खुलासा करते हुए प्रशासन को साक्ष्य सहित शिकायत की है। जिस पर जिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश कर दिए है।

मनरेगा योजना में अंधेरगर्दी का मामला हमीरपुर जिले के मौदहा क्षेत्र के भैसमरी गांव का है जिसका खुलासा होने से इस योजना से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। सामाजिक संस्था के प्रमुख रवीन्द्र कुमार भारतवंशी ने भैसमरी गांव में मनरेगा में फर्जीवाड़ा कर सरकारी फंड लूटने का आरोप लगाया है। उसने जिलाधिकारी से शिकायत कर फर्जीवाड़ा करने के साक्ष्य भी दिए है। संस्था के प्रमुख ने बताया कि इस मामले को लेकर दो बार शिकायतें की गई है। जिसकी जांच में यहां बड़े घोटाले की परत खुलेगी।

उन्होंने बताया कि नाबालिग बच्चों से मजदूरी कराने पर रोक है फिर भी इस गांव में मनरेगा योजना में मजदूरी कराकर धनराशि ठिकाने लगाई गई है। गांव में सचिव और ब्लाक कार्यालय के अधिकारियों की सांठगांठ से सरपंच ने कागजों में दर्जनों की संख्या में स्कूली बच्चे मजदूरी कर रहे है। यहां दो सौ तीन परिवारों के जाॅब कार्ड बनाकर मनरेगा योजना का बंटाधार ही कर दिया गया है। जबकि इनमें तमाम जाॅब कार्ड अपात्रों के बनाए गए है। इधर जिलाधिकारी राहुल पाण्डेय ने इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश कर दिए है। यहां के सीडीओ चन्द्रशेखर शुक्ला ने बताया कि मामले की जांच कर एक्शन लिया जाएगा।

बाहर के छात्रों से भी मनरेगा योजना में कराई गई मजदूरी

सामाजिक संस्था के प्रमुख रवीन्द्र कुमार भारतवंशी ने बताया कि रोहित यादव, काजल, रोहिताम नामदेव, सूरज, गोमती समेत तमाम छात्र नाबालिग हैं, जिनसे मनरेगा योजना में मजदूरी कराई गई है। इसके अलावा काजल व रोहिताश एक महाविद्यालय में पढ़ते हैं जिनकी महाविद्यालय से निकाली गई उपस्थित मनरेगा योजना के कार्य दिवसों से मिलान करने पर पुष्टि होती है। और तो और बांदा के एक डिग्री कालेज का छात्र सूरज ने भी यहां मनरेगा योजना में फावड़े चलाए हैं। संस्था के प्रमुख ने दावा किया कि मुनादी कराकर जाॅब कार्ड संख्या-618 से 821 तक की सार्वजनिक जांच कराने पर बड़ा घोटाला सामने आएगा।

पंकज/मोहित

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