स्पोटर्स काॅलेज के बर्खास्त पूर्व कार्यवाहक प्राचार्य विजय गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज
-जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद हटाए गए थे प्रधानाचार्य पद से
लखनऊ। गुरु गोविन्द सिंह स्पोटर्स काॅलेज के पूर्व कार्यवाहक प्राचार्य विजय कुमार गुप्ता को बर्खास्त किए जाने के बाद उन पर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर स्पोटर्स काॅलेज में नौकरी हासिल करने के आरोप में गुडम्बा थाना में आईजीपी की सुसंगत धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी ने सोमवार को विधानभवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस कान्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्व में उनके द्वारा पूरे प्रदेश के क्रीडा अधिकारियों के साथ बैठक की गई थी, जिसमें विजय कुमार गुप्ता के खिलाफ कई गम्भीर अनियमितताएं प्रकाश में आयी थी। साथ ही विभाग में बजट के दुरुपयोग का भी मामला संज्ञान में आया।
इसके बाद तत्काल प्रकरण की जांच के लिए निदेशक खेल के नेतृत्व पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया था। जांच समिति द्वारा जांच में 5.5 करोड़ रुपये की अनियमितता पाई गई। जांच रिपोर्ट प्राप्त होते ही विजय कुमार गुप्ता को प्रधानाचार्य पद से हटा दिया गया था।
मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने बताया कि विजय कुमार गुप्ता ने फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी हासिल की। उनके अनुभव प्रमाण पत्र भी जांच में गलत पाये गये। उन्होंने बताया कि श्री गुप्ता ने लखनऊ विश्वविद्यालय से वर्ष 2002 में एमए(इतिहास), कानपुर से वर्ष 2003 में बीएड पास किया है तथा वर्ष 2000 से प्री-डे एंड केयर इंटर काॅलेज, राजाजीपुरम, लखनऊ में हाईस्कूल व इंटर की कक्षाओं में इतिहास विषय के अध्यापन कार्य का अनुभव प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया था।
मंत्री ने बताया कि जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि बीएड मात्र संस्थागत रूप में किया जाता है, जिससे रेगुलर क्लासेज लिए जाते हैं तथा टीचिंग प्रेक्टिस के लिए किसी स्थानीय स्कूल एवं काॅलेज में विश्वविद्यालय-डिग्री काॅलेज के निरीक्षक की देखरेख में क्लासेज लेनी पड़ती है। ऐसी स्थिति में विजय कुमार गुप्ता द्वारा लखनऊ के काॅलेज में कथित अध्यापन कार्य के साथ-साथ कानपुर में बीएड के क्लास लेना संभव नहीं है। इसके अलावा उन पर कई प्रकार के गंभीर आरोप सिद्ध पाये गये, जिससे उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की गई है।