सौभाग्य योजनान्तर्गत गोण्डा में दिए गए एक लाख 58 हजार से अधिक निःशुल्क विद्युत कनेक्शन
नये उपकेन्द्रों के निर्माण के साथ ही कई विद्युत विद्युत उपकेन्द्रों की क्षमता में की गई वृद्धि
शासन की मंशानुरूप 48 घन्टे में बदले जा रहे हैं क्षतिग्रसत ट्रान्सफार्मर
संवाददाता
गोण्डा। सरकार की सौभाग्य योजना द्वारा जनपद के 01 लाख 58 हजार 833 परिवारों का भाग्योदय हुआ है, यदि यह कहा जाय तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। जिले के ग्रामीण अंचल में इस योजना से अंधेरा मिटाने का काम हुआ है। शिविर लगाकर अब तक सौभाग्य योजना के तहत 01 लाख 58 हजार 833 निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिए जा चुके हैं। जिलाधिकारी डा. नितिन बंसल ने कहा कि शासन की मंशानुसार जिले के हर छोटे-बड़े मजरे, हर ग्राम को रोशन करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सौभाग्य योजना के तहत जनपद गोण्डा में प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य योजना) के अन्तर्गत प्रथम चरण में 6493 मजरों का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। सौभाग्य योजना के द्वितीय चरण में 236 मजरों का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है तथा 273 मजरों का कार्य प्रगति पर है, जिसे आगामी अक्टूबर माह के अन्त तक पूर्ण कराया जाना लक्षित है। इसके अतिरिक्त सौभाग्य योजना के तृतीय चरण में 1701 मजरों के विद्युतीकरण हेतु प्रस्ताव मध्यांचल मुख्यालय को प्रेषित किया जा चुका है, प्रस्ताव स्वीकृतोपरान्त कार्य पूर्ण कराया जायेगा। गोण्डा जनपद में सौभाग्य योजना के तहत शिविर लगाकर अब तक कुल 1,58,833 निःशुल्क विद्युत संयोजन जारी किये जा चुके है।
विद्युत विभाग की आईपीडीएस योजना के अन्तर्गत 03 अदद नये 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण क्रमशः खरगूपुर, कटरा बाजार एवं फैजाबाद रोड किया जाना था, जिसके सापेक्ष समस्त विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 02 अदद 33/11 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्रों नवाबगंज व करनैलगंज की क्षमतावृद्धि का कार्य भी पूर्ण कराया जा चुका है। जिलाधिकारी ने बताया है कि उजाला योजना के अन्तर्गत 95912 ऊर्जा दक्ष एलईडी बल्बों का वितरण किया गया जिससे विद्युत माँग में कई मेगावाट बिजली तथा करोड़ों रूपये की बचत हुई है।
अधिशासी अभियन्ता विद्युत ने दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (नवीन) का उल्लेख करते हुए बताया है कि डीडीयूजीजेवाई (नवीन) के अन्तर्गत 33/11 केवी के 05 नये विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया जिसमें 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र चन्दवतपुर घाट विद्युत उपकेन्द्र दुबहा बाजार, विद्युत उपकेन्द्र मेहनौन, विद्युत उपकेन्द्र रघुराज नगर टिकरी, विद्युत उपकेन्द्र वजीरगंज का निर्माण कार्य कराया गया है। उन्होंने कहा कि नव-निर्मित विद्युत उपकेन्द्रों से सम्बन्धित क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं का सुचारू विद्युत आपूर्ति दी जा रही है, जिससे सम्बन्धित क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि डीडीयूजीजेवाई (नवीन) में कनेक्टेड-अनकनेक्टेड रूरल हाउस होल्ड के अन्तर्गत 174 ग्रामों के 393 मजरों का विद्युतीकरण कार्य किया जाना था, जिसमें से लक्ष्य के सापेक्ष 393 मजरों का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि डीडीयूजीजेवाई (नवीन) के अन्तर्गत 33/11 केवी क्षमता के 05 विद्युत उपकेन्द्रों की क्षमतावृद्धि का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है जिसमें विद्युत उपकेन्द्र खरगूपुर की क्षमता वृद्धि, विद्युत उपकेन्द्र इटियाथोक की क्षमता वृद्धि, विद्युत उपकेन्द्र धानेपुर की क्षमता वृद्धि, विद्युत उपकेन्द्र भंभुआ की क्षमता वृद्धि तथा विद्युत उपकेन्द्र राजापुर परसौरा की क्षमता वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि जनपद गोण्डा में क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों की गुणवत्तापरक मरम्मत हेतु नगर में सर्वसाधन सम्पन्न परिवर्तक मरम्मत कार्यशाला स्थापित की गयी है, जिससे परिवर्तकों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता होने से मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप क्षतिग्रस्त परिवर्तकों को 48 घण्टे के अन्दर बदलना सुनिश्चित किया जा रहा है। वर्तमान सरकार में कारपोरेशन के खर्च पर ही बदलने का प्राविधान लागू कर दिया गया है।