‘ सुशासन ‘ बनाम ‘ कुशासन ‘ की लकीर खींच कर जनता को लुभाने में जुटी यूपी में कांग्रेस
लखनऊ | प्रदेश में कांग्रेस भी अपने ‘सुशासन’ बनाम विपक्षियों के ‘कुशासन’ को मुद्दा बनाएगी। पार्टी कार्यकर्ताओं को इसके लिए बाकायदा प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि कैसे विपक्ष के ‘कुशासन’ को जनता के बीच ले जाना है। खास बात यह कि इस मुहिम में सत्तारूढ़ भाजपा के साथ कांग्रेस ने विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को भी जमकर निशाने पर लिया है, जिनके साथ अतीत में मिलकर चुनाव लड़ चुकी है यानी संदेश साफ है कि कांग्रेस 2022 के चुनावों में ‘एकला चलो’ का मन बना चुकी है।
कांग्रेस चुनाव में उतरेगी अकेले
मिशन-2022 फतेह करने के लिए कांग्रेस ने विपक्षियों पर सीधे हमला करते हुए गठबंधन के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने खाट पर चर्चा शुरू की और 27 साल यूपी बेहाल के नारे के साथ कांग्रेस को चुनाव में उतारा लेकिन बाद में सपा के साथ गठबंधन होने पर इस नारे को वापस लिया गया। लेकिन अब कांग्रेस फिर 32 सालों का लेखा-जोखा लेकर चुनाव में उतर रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गठबंधन के रास्ते खुले रखने के संकेत दिए थे लेकिन अब साफ हो गया कि कांग्रेस अकेले चुनाव में उतरेगी।