सुशांत केस में FIR दर्ज, मनोज शशिधर के नेतृत्व में CBI ने बनाई SIT
नेशनल डेस्क
नई दिल्ली. सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध हालत में हुई मौत के मामले में सीबीआई औपचारिक तौर पर एफआईआर दर्ज कर ली है. सीबीआई के द्वारा इस मामले में एक एसआईटी का गठन किया गया है. इस मामले में गुजरात कैडर के आईपीएस मनोज शशिधर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. गुजरात कैडर की महिला आईपीएस अधिकारी गगनदीप गंभीर भी इस टीम का हिस्सा होंगी. जो दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में ही कार्यरत हैं. इस मामले में सीबीआई की टीम जल्द ही कई लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दे सकती है. इसके साथ फॉरेंसिक सबूतों को इकट्ठा करने के साथ-साथ उसको सीएफएसएल लैब में जांचने-परखने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी. इस मामले में तमाम सबूतों को जल्द से जल्द इकट्ठा करना बेहद आवश्यक है क्योंकि सीबीआई की तफ्तीश रिपोर्ट के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय की तफ्तीश निर्धारित है. इस मामले को जांच करने वाली सीबीआई टीम को आईपीएस अधिकारी मनोज शशिधर के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है. इस टीम में तीन प्रमुख जांच अधिकारी शामिल हैं।
1994 बैच के मनोज शशिधर गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और सीबीआई में फिलहाल संयुक्त निदेशक पद पर कार्यरत हैं. गुजरात में मनोज शशिधर गुजरात में स्टेट खुफ़िया विभाग में एडिशनल डीजी पद पर कार्यरत रह चुके हैं, इसके साथ ही गुजरात में वडोदरा के कमिश्नर भी रह चुके हैं, इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. इसी साल जनवरी महीने में सीबीआई में मनोज शशिधर संयुक्त निदेशक पद पर कार्यरत हुए थे. सीबीआई में पांच सालों के लिए कार्यकाल मिला है. अब सुशांत मामलों की तफ्तीश करने वाली एसआईटी को नेतृत्व करेंगें.
2004 बैच और गुजरात कैडर की आईपीएस अधिकारी गगनदीप गंभीर सीबीआई की बेहद तेज तर्रार महिला अधिकारी हैं. पिछले कुछ सालों के दौरान सीबीआई में गगनदीप के नेतृत्व में कई बेहतरीन मामलों की तफ्तीश हुई है, जिसको बहुत कम ही वक्त में उन मामलों का समाधान भी किया गया है. स्पेशल क्राइम ब्रांच के पहले वो एसआईटी का भी हिस्सा रह चुकी हैं. कई हाई प्रोफाइल मामलों की तफ्तीश करने वाली एसआईटी में इन्होंने बहुत ही शानदार कार्य किया है. अगर मामलों की बात करें तो उत्तरप्रदेश में अवैध माइनिंग और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का मामला, अगस्ता वेस्टलैंड डील मामला, विजय माल्या उसके बाद से संबंधित मामला, बिहार में हुए सृजन घोटाला सहित कई ऐसे दर्जनों मामले हैं, जिसकी तफ्तीश को बहुत ही बेहतर तरीके से अंजाम दिया गया था. एसआईटी में जब जॉइंट डायरेक्टर साईं मनोहर नेतृत्व कर रहे थे, तब उस वक्त ही गगनदीप टीम में शामिल हुई थीं. यहां तक की राकेश अस्थाना और आलोक वर्मा मामले के बाद राकेश अस्थाना से जुड़े मसले की जांच का जिम्मा गगनदीप को ही दिया गया था.
आईपीएस नूपुर प्रसाद मूल रूप से बिहार की रहने वाली हैं. प्रसाद साल 2007 बैच और ।ळडन्ज् कैडर की आईपीएस महिला अधिकारी हैं. ये फिलहाल सीबीआई मुख्यालय में एसपी पद पर कार्यरत हैं. नूपुर प्रसाद के पति सुरेन्द्र कुमार भी आईपीएस अधिकारी हैं , जो फिलहाल आईबी ( थ्त्त्व् ) में कार्यरत हैं. नूपुर प्रसाद मूलतः बिहार की रहने वाली हैं. सुशांत सिंह के परिजन भी बिहार से हैं. सीबीआई की टीम बिहार पुलिस के साथ लगातार संपर्क में बनी हुई है. नूपुर प्रसाद इस मामले में काफी एक्टिव होकर तफ्तीश में जुटी हुई हैं.