सीबीआई की तर्ज पर ‘मैनपुरी कांड’ की जांच करेंगे एडीजी भानु भाष्कर
– एसआईटी प्रभारी भानु भाष्कर करीब 15 वर्षों तक सीबीआई में दी सेवाएं
कानपुर (हि.स.)। इलाहाबाद हाईकोर्ट की डीजीपी मुकुल गोयल को तगड़ी फटकार के बाद मैनपुरी नवोदय विद्यालय में छात्रा के मौत मामले में शनिवार को एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। एसआईटी टीम विद्यालय पहुंच भी गई है और टीम से जुड़े अन्य अधिकारी भी पहुंच रहे हैं। एसआईटी प्रभारी व कानपुर एडीजी भानु भाष्कर भी जल्द मैनपुरी में कैंप करेंगे और उन्ही की निगरानी में सीबीआई की तर्ज पर घटना की गहनता से जांच की जाएगी।
मैनपुरी के नवोदय विद्यालय में छात्रा की मौत पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डीजीपी मुकुल गोयल को कड़ी फटकार लगाई थी। हाईकोर्ट ने छह सप्ताह में जांच पूरी करने का अल्टीमेटम भी दिया है। इससे पुलिस द्वारा की जांच व कार्रवाई की पोल खुल गई। मामले को लेकर कोर्ट के सख्त रवैये को देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया और प्रभारी की जिम्मेदारी कानपुर जोन के एडीजी भानु भाष्कर को दी गई। प्रभारी ने बताया कि शनिवार से एसआईटी टीम जांच शुरु कर दी है और टीम के कई सदस्य नवोदय विद्यालय पहुंच गये हैं और कुछ पहुंचने वाले हैं।
सीबीआई का अनुभव आएगा काम
एडीजी भानु भाष्कर मूलत: उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले हैं और 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह करीब 15 साल (पहले कार्यकाल में 2003 से 2010 और दूसरे में 2013 से 2021 तक) प्रतिनियुक्ति पर रहे हैं। सीबीआई में पहले एंटी करप्शन पॉलिसी डिवीजन में एसपी रहे।
कोर्ट पहुंचे परिजन
मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय में 16 सितंबर 2019 को कक्षा 11 की छात्रा का शव फांसी पर लटका मिला था। भोगांव पुलिस ने मृतका के पिता की तहरीर पर नवोदय की प्रधानाचार्या सुषमा सागर, वार्डन विश्रुति, स्कूल के कई छात्रों के खिलाफ हत्या, दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। पोस्टमार्टम के दौरान बनाई गई स्लाइड से स्पर्म मिला था। इसके चलते अब परिजनों ने रेप के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए कोर्ट से गुहार लगाई थी।