सामाजिक योद्धा का देहांत, भारतीय राजनीति के लिए अपूर्णीय क्षति : गिरिराज सिंह
बेगूसराय(हि.स.)। दलित सेना और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन से हर ओर शोक की लहर फैल गई है। रामविलास पासवान के रूप में देश ने एक सशक्त और बड़े दलित नेता को खो दिया है। गुरुवार की रात ज्यों ही इनके निधन की सूचना मिली, लोग अचंभित रह गए और रात से ही सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों का तांता लगा हुआ है।
बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा, कम्युनिस्ट नेता और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कन्हैया कुमार समेत सभी राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से याद कर संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।गिरिराज सिंह ने शोक जताते हुए कहा कि रामविलास जी का हम सब को यूं छोड़कर जाना बहुत ही दुखदाई है। वह लाखों लोगों की उम्मीद की किरण बन वर्षों तक लोगों की सेवा करते रहे। ऐसे सामाजिक योद्धा का देहांत भारतीय राजनीति के लिए अपूर्णीय क्षति है। प्रभु उनकी आत्मा को शांति दें। महादेव उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि रामविलास पासवान जी का भारतीय राजनीति में उल्लेखनीय योगदान रहा है। वे दलित समाज से थे और उनकी रचनात्मक चेतना के साथ अपने कृतित्व और व्यक्तित्व से सर्वसमावेशी राजनीति को आगे बढ़ाने का काम किया, उन्हें श्रद्धांजलि!जेएनयूू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कन्हैया कुमार ने कहा है कि केन्द्रीय मंत्री और बिहार में छात्र आन्दोलन से निकले लोकप्रिय नेता राम विलास पासवान के निधन की सूचना अत्यंत दुखद है। इनका पूरा राजनीतिक जीवन अपने आप में एक युग के समान है। समर्थक और विरोधी, दोनों ही उनका बराबर सम्मान करते थे, नमन।