साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में कुशल पेशेवर तैयार करेगा सीएसजेएमयू
-आईआईटी कानपुर और विश्वविद्यालय साथ मिलकर करेंगे कार्य
-आईआईटी कानपुर की सी3आई हब और यूनिवर्सिटी के मध्य करार
कानपुर(हि.स.)। साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में कुशल पेशेवर तैयार करने का जिम्मा छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) ने लिया है। विश्वविद्यालय, आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में टैलेंट को पहचानने एवं उसे प्लेटफॉर्म देने का काम कर रहा है। आईआईटी कानपुर की सी3आई हब कंपनी के साथ मिलकर विश्वविद्यालय अपने यहां के स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में एडवांस स्तर का ट्रेनिंग प्रोगाम प्रदान करेगा।
शुक्रवार को विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर अकादमिक भवन में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक और आईआईटी से डॉ तनिमा हाजरा ने आपसी समझौते पर हस्ताक्षर किए। दोनो संस्थानों के मध्य हुए इस एमओयू के तहत सीएसजेएमयू के स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी स्किल प्रोगाम को जानने का अवसर मिलेगा। यह पूरा प्रोगाम ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा। 8 सप्ताह तक चलने वाले इस पाठ्यक्रम में हर दिन 6 घंटे की पढ़ाई एवं प्रशिक्षण मिलेगा। पठन-पाठन का यह पूरा पाठ्यक्रम हिंदी में उपलब्ध रहेगा। इस पाठ्यक्रम के लिए अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। सामान्य वर्ग एवं ओबीसी कैटेगरी के छात्र-छात्राओं को इस पाठ्यक्रम के लिए 2 हजार रुपये का शुल्क देना होगा। 15 मई से शुरु होने जा रहे इस पाठ्यक्रम में 10 मई तक पंजीकरण कराया जा सकता है। जो भी स्टूडेंट्स इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना चाहते हैं वह यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।
इस दौरान आईआईटी से प्रो मणींद्र अग्रवाल, डॉ तनिमा हाजरा, सीएसजेेएमयू से प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी, सीडीसी डायरेक्टर प्रो आर के द्विवेदी, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव समेत महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी मौजूद रहे।
छात्राओं के लिए 50 प्रतिशत की छूट
सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने बताया कि साइबर सिक्योरिटी के इस पाठ्यक्रम के सामान्य एवं ओबीसी कैटेगरी की छात्राओं के लिए 50 प्रतिशत की छूट दी गयी है। छात्राओं को इस पाठ्यक्रम के लिए 1000 रूपये का शुल्क जमा करना होगा।
अजय कुमार/बृजनंदन