सरकारी एंबुलेंस से मिल रहा लोगों को नया जीवन

मेरठ (हि.स.)। ’108’ एंबुलेंस आपात सेवा और ’102’ नेशनल एंबुलेंस मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। ये एंबुलेंस एक कॉल पर तत्काल पहुंच कर लोगों को नया जीवन दे रही है।

108 और 102 एंबुलेंस सेवाओं के कारण प्रतिवर्ष लाखों लोगों की नई जिंदगी मिलती है। सड़क दुर्घटनाओं, आग लगने आदि आपात स्थिति में लोगों के मोबाइल पर तत्काल ही 108 और 102 नंबर डायल हो जाते हैं और थोड़ी ही देर में एंबुलेंस जरूरतमंदों को सहायता देने के लिए पहुंच जाती है। कॉल करने के बाद एंबुलेंस का घटनास्थल पर पहुंचने का समय लगातार कम हो रहा है। केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार लगातार इन एंबुलेंस सेवाओं को दुरुस्त करने में जुटी है। 108 एंबुलेंस का रोगी को 15 मिनट में अस्पताल पहुंचाना होगा। जबकि मई 2023 में अस्पताल पहुंचने में 108 एंबुलेंस को केवल सात मिनट 20 सेकेंड लगे। 108 एंबुलेंस ने 95 प्रतिशत रोगियों को समय पर अस्पताल पहुंचाया।

ठसी तरह से 102 एंबुलेंस का शहरी क्षेत्र में घटनास्थल पर पहुंचने का निर्धारित समय 20 मिनट है। इसी तरह से ग्रामीण क्षेत्र में 30 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचने का समय निर्धारित है। मई 2023 में 102 एंबुलेंस को रोगी को अस्पताल पहुंचाने का समय छह मिनट 14 सेकेंड लगा। 80 प्रतिशत मामलों में एंबुलेंस समय पर पहुंची।

मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि 108 और 102 एंबुलेंस से रोगियों को चिकित्सा सुविधा समय से पहुंचाने में सहायता मिल रही है। यह एंबुलेंस जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित हो रही है। इसमें कमी मिलने पर कार्रवाई की जाती है। इस सेवा में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

कुलदीप/डॉ. आमोदकांत

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