सपा के ब्राह्मण कार्ड पर भाजपा का वार, बेसिक शिक्षा मंत्री ने मोर्चा खोल दागे कई सवाल
-सपा ने राजधानी में भगवान परशुराम की प्रतिमा लगाने का चला है दांव
लखनऊ(एजेंसी)। उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) के ब्राह्मण कार्ड से सूबे की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राज्य सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने तो शनिवार को सपा के इस दांव के खिलाफ बाकायदे मोर्चा खोल दिया।
सपा मुखिया अखिलेश यादव को निशाना बनाते हुए डॉ. द्विवेदी ने ट्वीट कर कहा कि ब्राह्मणों को बुद्धू मत समझिए। उन्होंने आगे लिखा, ‘‘ब्राह्मण राष्ट्र भक्त होता है, विकास का पक्षधर होता है, नीतियों और कार्यक्रमों से जुड़ता है, उसे प्रलोभन देकर अपमानित मत करिए। राम मंदिर का विरोध और भगवान परशुराम का वोट के लिए इस्तेमाल करने का आपका सपना पूरा नहीं होगा।’’
एक दूसरे ट्वीट में बेसिक शिक्षा मंत्री ने सपा मुखिया से सवाल किया कि उत्तर प्रदेश का ब्राह्मण जानना चाहता है कि आपकी पार्टी के स्थापना से लेकर आज तक कितने ब्राह्मण राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। कितने जिलाध्यक्ष ब्राह्मण हैं तथा लोकसभा चुनाव में कितने ब्राह्मणों को टिकट दिया था।
मंत्री ने अगला सवाल किया है कि आपकी सरकार के समय कितने आयोगों और निगमों के अध्यक्ष ब्राह्मण थे तथा लोक सेवा आयोग उप्र द्वारा किस जाति के लोगों का सर्वाधिक चयन हुआ। यह भी पूछा, ‘‘आपकी पार्टी में जिन ब्राह्मण नेताओं, माता प्रसाद पांडेय और डॉ. अभिषेक मिश्र को ब्राह्मणों को जोड़ने का काम सौंपा गया है उन्हें भी लोकसभा चुनाव लड़ाने के योग्य क्यों नहीं समझा गया ? इसके अलावा मंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि आने वाले दिनों में सपा अपने कोटे की राज्यसभा या विधान परिषद की सीटों पर किन ब्राह्मण नेताओं को भेजने वाली है।
गौरतलब है कि प्रदेश में पिछले कुछ दिनों ब्राह्मणों को लेकर चल रही सियासी चर्चा में बढ़त लेने के लिहाज से सपा ने ब्राह्मणों को रिझाने के लिए राजधानी लखनऊ में भगवान परशुराम की 108 फीट ऊंची मूर्ति लगाने का निर्णय लिया है। इसकी जिम्मेदारी अखिलेश सरकार में मंत्री रहे डॉ.अभिषेक मिश्र को दी गई है।
डॉ. मिश्रा के अनुसार लखनऊ में परशुराम की 108 फीट ऊंची प्रतिमा के अलावा शैक्षिक अनुसंधान केंद्र की भी स्थापना होगी, जो गुरुकुल की अवधारणा पर संचालित होगी। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर बड़ी तेजी से काम जारी है। परियोजना की देख रेख के लिए परशुराम चेतना पीठ की भी स्थानपा की जा रही है। इस परियोजना की देखरेख करेगी। पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश में जब अखिलेश सरकार थी तो लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क का निर्माण करके उसके ब्राह्मण नेता की प्रतिमा स्थापित की गई थी। साथ ही अखिलेश सरकार ने परशुराम जयंती पर अवकाश घोषित किया था। सपा नेता का यह बयान मीडिया में आने के बाद सत्तारुढ़ भाजपा ने ब्राह्मणों को लेकर सपा के सामने सवालों की झड़ी लगा दी है।