सच साबित हुई सुदीक्षा की चिंता, उसी वजह से हुई मौत
प्रादेशिक डेस्क
ग्रेटर नोएडा। सुदीक्षा भाटी की मौत मनचलों की छेड़खानी बनी है। यह चिंता कई साल पहले सुदीक्षा ने जाहिर की थी। सुदीक्षा जब एचसीएल फाउंडेशन के विद्या ज्ञान स्कूल में कक्षा दसवीं की छात्रा थी तो उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश के जिस हिस्से से वह आती हैं, वहां लड़कियों के साथ छेड़खानी सबसे बड़ी समस्या है। यह छेड़खानी लड़कियों के करियर विकास और शिक्षा के आड़े आती है। सुदीक्षा भाटी का वीडियो मंगलवार की शाम करीब 6ः00 बजे प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है। इस वीडियो में सुदीक्षा भाटी भाषण दे रही हैं। वह कहती हैं, मैं उत्तर प्रदेश के उस हिस्से से ताल्लुक रखती हूं, जहां ज्यादातर लड़कियां प्राइमरी शिक्षा के बाद आगे पढ़ने नहीं जाती हैं। क्योंकि हमारे इलाके में छेड़खानी की घटनाएं बहुत ज्यादा हैं। अधिकांश अभिभावक सोचते हैं कि एक लड़की को पढ़ाई करने के लिए बाहर भेजना सुरक्षित होगा। मैंने किसी तरह अपने अभिभावकों को मेरी पढ़ाई जारी रखने के लिए सहमत किया। उन्हें सहमत किया कि वह मुझे घर से दूर एक सह-शिक्षा वाले आवासीय स्कूल में भेज दें। उन्होंने मुझे यहां भेजा। इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करती हूं। उन्होंने मुझे अपने सपने पूरे करने की इजाजत दी।
आपको बात दें कि सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में हुई मौत की जांच के लिए मेरठ रेंज के आईजी ने एसआईटी बना दी है। यह हादसा छेड़छाड़ या किन वजहों से हुआ, इसकी जांच कर एसआईटी तीन दिन में रिपोर्ट देगी। मेरठ रेंज आईजी प्रवीण कुमार ने बताया, एसआईटी प्रभारी बुलंदशहर की महिला सीओ दीक्षा सिंह हैं। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर और औरंगाबाद थाने के इंस्पेक्टर सदस्य होंगे। आईजी ने कहा कि छात्रा के नाबालिग भाई का बयान है कि बाइक वह चला रहा था। आगे चल रही बुलेट मोटरसाइकिल के इमरजेंसी ब्रेक लगने से उनकी बाइक टकरा गई। छात्रा के भाई ने बयान में छेड़छाड़ जैसी बात नहीं कही। मंगलवार को छात्रा के चाचा ने कहा है कि बाइक वह चला रहे थे। शोहदों के पीछा करने की वजह से यह हादसा हुआ। आईजी ने बताया कि एसआईटी तीन दिन में जांच रिपोर्ट देगी।