संवैधानिक और नैतिक दिवालियापन का शिकार हो गया है विपक्षःभाजपा

नई दिल्ली (हि.स.)।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षी दलों के राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किए जाने पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले वह संसद को चलाने की मांग कर रहे थे, अब वह इसका विरोध कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि विपक्ष संवैधानिक और नैतिक दिवालियापन का शिकार हो गया है।

भाटिया ने गुरुवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विपक्ष ने एक साझा बयान जारी कर राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। जब देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जीएसटी पारित करने के लिए इतिहास रच रहा था, तब भी कांग्रेस ने उसका बहिष्कार किया।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इससे साफ है कि कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों की संसद, संविधान में आस्था नहीं है।

भाटिया ने कहा कि विपक्ष का आरोप है कि तीनों कृषि कानून बिना किसी सहमति के पारित कराए गए। उन्होंने कहा कि जब लोकसभा में यह बिल पारित हुआ तो कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, सपा, द्रमुक समेत अन्य दलों के नेताओं ने चर्चा में हिस्सा लिया।

भाजपा नेता ने विपक्षी दलों पर दोमुंहापन का आरोप लगाते हुए कहा कि शिवसेना ने संसद में कृषि बिलों का समर्थन किया था, लेकिन अब इसका विरोध कर रही है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इन्हीं सुधारों की घोषणा की थी, लेकिन अब इसका विरोध हो रहा है।

शिरोमणि अकाली दल प्रमुख प्रकाश सिंह बादल ने कहा था कि ये कानून किसानों के पक्ष में हैं, किंतु, अब इन कानूनों के विरोध में हैं। आम आदमी पार्टी ने इन कानूनों को अधिसूचित किया, और अब बदल गई है।

Submitted By: Ajeet Kumar Pathak Edited By: Prabhat Mishra

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