शांतिनगर में मकान तोड़े जाने के मुद्दे पर मेयर पति व कांग्रेस के पूर्व पार्षद आमने-सामने
गाजियाबाद (हि.स.)। नगर निगम के शांतिनगर में ध्वस्त किए गए मकानों को लेकर मेयर आशा शर्मा के पति केके शर्मा और नगर निगम में कांग्रेस के नेता सदन रह चुके ओमत्यागी के बीच रार बढ़ गई है। मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व पार्षद ओम त्यागी ने केके शर्मा पर आरोप लगाया कि वह मेयर पद पर पत्नी के नाम का नाजायाज फायदा उठा रहे हैं और शरीफ लोगों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि यदि अवैध प्लाटिंग का एक भी सबूत उनके खिलाफ मिल जाए तो वह राजनीति छोड़ देंगे। त्यागी ने कहा कि वह समाजसेवी हैं और भविष्य में मेयर पद के चुनाव में दावेदार भी हैं। इस लिए रंजिश मानते हुए केके शर्मा उन पर अनगर्ल आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव के नामांकन के साथ जो शपथ पत्र निर्वाचन आयोग में जमा कराया था उसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण तथ्य छिपाये थे। मसलन एक अपराधिक मामले में उनके खिलाफ एक चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। इस संबंध में उन्होंने संवाददाताओं को सबूत के तौर पर एफआईआर की प्रतिलिपि भी दिखायी।
उधर केके शर्मा ने ओम त्यागी के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि शांतिनगर में जो अवैध मकान नगर निगम द्वारा तोड़े गए हैं वे सब ओम त्यागी व उनके साथियों ने बेचे हैं। शर्मा ने कहा कि गरीब लोगों को न्याय दिलाने के लिए वह कानूनी लड़ाई भी लड़ रहे है। मेरी पत्नी मेयर हैं उनके कार्यक्षेत्र से मेरा कोई मतलब नहीं है। प्रेस कांफ्रेस में अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ के राष्ट्रीय महासचिव रवि वर्मा भी मौजूद थे।