विश्वविद्यालय एक कल्पना थी, आज वो सपना साकार हुआ-मुख्यमंत्री
विश्वविद्यालय निर्माण के मास्टर प्लान एवं आर्कीटेक्चर का डीएम ने किया प्रस्तुततिकरण, आर्कीटेक्चर देखकर गदगद हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने बलरामपुर और श्रावस्ती वासियों को दी लगभग दो हजार करोड़ लागत की 497 परियोजनाओं की दी सौगात
होली के पहले सीएम ने जनपदवासियों को मेडिकल कालेज और राज्य विश्वद्यालय के रूप में दिए दो बड़े उपहार
नव्य और भव्य अयोध्या से जुड़ेगा बलरामपुर और श्रावस्ती-मुख्यमंत्री
विश्वविद्यालय में रोजगारपरक पाठ्यक्रम को किया जाएगा शामिल, मिलेगी निःशुल्क कोचिंग
जिलाधिकारी ने जिले के विकास को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष रखे प्रस्ताव, मुख्यमंत्री ने प्रस्तावों को भेजने की दी सहर्ष स्वीकृति
रोहित कुमार गुप्ता
बलरामपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जनपद बलरामपुर और श्रावस्तीवासियों को करोड़ों की सौगात दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्य विश्वविद्यालय का विधिवत भूमि पूजन कर राज्य विश्वविद्यालय की आधार शिला रखी गई। इसके के साथ ही जनपद बलरामपुर में 1488.89 करोड़ रूपए की लागत की 466 परियोजनाओं का तथा जनपद श्रावस्ती की 260.37 करोड़ रूपए लागत की 31 परियोजनाओ का बटन दबाकर लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। भूमि पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने विश्व विद्यालय निर्माण के लिए बनाये गये आर्कीटेक्चर को विधिवत देखा। जिलाधिकारी अरविन्द सिंह ने मुख्यमंत्री को मास्टर प्लान एवं आर्कीटेक्चर के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुए डिजाइनिंग, विभिन्न ब्लॉक्स, भवन आदि केे बारे में जानकारी दी।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद बलरामपुर में विश्वविद्यालय एक सपने जैसा था, जो कि आज साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय बनने से जहां एक ओर मण्डलवासियों को उच्च शिक्षा मिल सकेगी तो वहीं दूसरी ओर रोजगार के अवसर भी सृजित होेगें। उन्होंने कहा विश्वविद्यालय में रोजगार परक पाठ्यक्रमों को शामिल किया जाएगा तथा विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ा जाएगा ताकि वे रोजगार पा सकें। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विश्व विद्यालय में अभ्युदय योजनान्तर्गत निःशुल्क कोचिंग का प्रबन्ध सुनिश्चित कराया जाएगा।उन्होंने कहा कि आकांक्षात्मक जनपदों को विकसित जनपदों की श्रेणी में लाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने जनपद बलरामपुर और श्रावस्ती के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि जनपद बलरामपुर आदि शक्ति मां पाटेश्वरी का दरबार है तो श्रावस्ती मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्रीराम के पुत्र कुश की राजधानी रहा है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर पं0 अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मस्थली होने के साथ ही राष्ट्ऱ ऋषि नानाजी देसमुख और विदेशी आक्रांन्ताओं का छक्का छुड़ाने वाले महाराजा सुहेलदेव, महात्मा बुद्ध की तपोस्थली और जैन तीर्थांकरों की नगरी है। उन्होंने कहा कि राजनीति का अपराधीकरण किसी भी दशा में नहीं होने दिया जाएगा। कहा कि उनका संकल्प विकसित भारत का है और इसके लिए अच्छी शिक्षा, रोजगार, उद्योग, जन-जन की सुरक्षा, मजबूत कानून व्यवस्था के लिए वृहद स्तर पर काम किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीपाटन मण्डल के चार जनपदों में से तीन जनपद गोण्डा, बहराइच और अब बलरामपुर में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए मेडिकल कालेज बन गये हैं। उन्होंने कहा कि देवीपाटन मण्डल विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत साफ हो तो विकास कार्य तेजी से होते हैं। मुख्यमंत्री ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि फुलवरिया बाईपास, दुल्हिनपुर-बिजलीपुर रिंग रोड, एसएसबी मुख्यालय सहित कई बड़े कार्य जनपद में हुये हैं। विगत वर्षों में जनपद में बाढ़ की विभीषिका के दौरान प्रभावितों को राहत पहुंचाने के लिए शानदार काम किया गया। सरकार द्वारा हर पात्र को मुफ्त राशन, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य तमाम योजनाओं को पारदर्शी ढंग से पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश विश्व की पांचवी अर्थ व्यवस्था बना है और आने वाले तीन वर्षों में दुनिया की तीसरी अर्थ व्यवस्था बनकर उभरेगा। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न योजनाओं के 12 लाभार्थियों को लाभ का वितरण किया।जिलाधिकारी अरविन्द सिंह ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस दौरान जिलाधिकारी अरविन्द सिंह ने जिले के विकास को लेकर कुछ विशेष प्रस्तावों को मुख्यमंत्री जी के समक्ष रखा जिस पर सहमति प्रदान करते हुए मुख्यमंत्री जी ने शासन को प्रस्ताव भेजने की सहर्ष स्वीकृति प्रदान की है। उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी अरविन्द सिंह के विशेष प्रयासों से विश्व विद्यालय निर्माण को लेकर भूमि चिन्हांकन, भूमि खरीद, विश्वविद्यालय का मास्टर प्लान तैयार कराने सहित अन्य सभी कार्य तीव्रगति से पूरे कराये गये जिसकी आधारशिला मुख्यमंत्री द्वारा रखी गई है। मुख्यमंत्री अपने उद्बोधन में रिंग रोड का कार्य प्रारम्भ होने पर प्रसन्नता व्यक्त भी की। उल्लेखनीय हैं कि रिंग रोड निर्माण को लेकर भी जिलाधिकारी द्वारा उच्च स्तर पर विशेष किये गये तथा स्वीकृति में आने वाली हर समस्या को दूर कराया गया।इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, आबकारी एवं मद्य निषेध/प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रजनी तिवारी, विधायक सदर पल्टूराम, विधायक उतरौला राम प्रताप वर्मा, विधायक तुलसीपुर कैलाशनाथ शुक्ल, विधायक श्रावस्ती राम फेरन पाण्डेय, सदस्य विधान परिषद अवधेश कुमार उर्फ मंजू सिंह, एमएलसी पद्सेन चौधरी, एमएलएसी डा0 प्रज्ञा त्रिपाठी, एमएलसी साकेत मिश्र, सचिव उच्च शिक्षा एम0पी0 अग्रवाल, आयुक्त देवीपाटन मण्डल योगेश्वर राम मिश्र, डीआईजी, अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, डीएम बलरामपुर अरविन्द सिंह, डीएम श्रावस्ती कृतिका शर्मा, एसपी बलरामपुर केशव कुमार, सीडीओ संजीव मौर्य सहित अन्य अधिकारीगण तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।