विमानन कम्पनी की मनमानी से अनियमित संचालन से कम हुई यात्रियों की संख्या
– फरवरी माह में मात्र 13 दिन हुई उड़ान
कुशीनगर (हि.स.) कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से दिल्ली की हो रही एकमात्र उड़ान के प्रति यात्रियों का रुझान कम हो गया है। स्थिति यह यह है कि फरवरी माह में मात्र 14 दिन ही उड़ान हुई है। गोरखपुर-दिल्ली उड़ान की अपेक्षा एक हजार किराया कम होने के बावजूद भी दोनों तरफ से यात्रियों की संख्या कम हो गई है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी के ट्विटर हैंडल पर डाले गए डाटा के अनुसार इस रूट पर विमानन सेवा प्रदाता कम्पनी स्पाइस जेट का 90 सीटर बॉम्बार्डियर विमान उड़ान भर रहा है। 17 फरवरी को दिल्ली से कुशीनगर 52 यात्री आए और 24 यात्री गए। 18 फरवरी को 70 और 65, 19 फरवरी को 49 व 58, 20 फरवरी को 19 और 36 यात्रियों की संख्या रही।
यात्रियों को एयरपोर्ट से गंतव्य पर जाने के लिए टैक्सी नहीं मिलना भी एक बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है। टैक्सी चालक इसका कारण अनियमित उड़ान बता रहे हैं। उड़ान कब निरस्त हो जायेगी इसका कोई ठिकाना नहीं है। ऐसे में टैक्सी चालक सवारी के लिए इधर का रुख नहीं करते। इस विमान सेवा उपयोग बिहार के गोपालगंज, मोतिहारी, पश्चिमी चंपारण, बेतिया, सिवान के यात्री भी करते हैं। ऐसे में इन जिलों के यात्रियों का रुझान कम हो गया है। जबकि इस उड़ान सेवा के शुरुआती दौर में यात्रियों का रुझान था बोइंग विमान उड़ाने की मांग होने लगी थी।
एयरपोर्ट के प्रभारी निदेशक नरेंद्र रे ने बताया कि इस सम्बंध में मुख्यालय को अवगत कराया गया है। उड़ान सेवा के प्रति विश्वास कम होना ही यात्रियों की कमी का कारण है।
गोपाल