विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में केंद्रीय मंत्री के खिलाफ एफआईआर
राज्य डेस्क
जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में उठा तूफान शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य विधानसभा में सरकारी मुख्य सचेतक डॉ.महेश जोशी ने सरकार गिराने की साजिश और राजद्रोह की धाराओं में एसओजी में शिकायत की है। जोशी ने राज्य एसओजी में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस के बागी विधायक भंवर लाल शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के साथ इन्हे गिरफ्तार करने की मांग की है। इस मामले में भाजपा नेता संजय जैन को गुरुवार आधी रात बाद जयपुर में गिरफ्तार किया गया। विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में केंद्रीय मंत्री शेखावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
सूत्रों के अनुसार एसओजी शेखावत व शर्मा के खिलाफ शीघ्र ही एफआईआर दर्ज करेगी। वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शुक्रवार सुबह प्रेस कांफ्रेंस कर विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में गुरुवार देर रात जारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्य के पर्यटन मंत्री पद से बर्खास्त विश्वेंद्र सिंह, कांग्रेस के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा व भाजपा नेता संजय जैन के कथित ऑडियो को लेकर भाजपा को घेरा है। उन्होंने कहा कि एसओजी को शेखावत सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में एसओजी पहले से ही जांच कर रही है, अब शुक्रवार को महेश जोशी ने एक और एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें सरकार गिराने का षडयंत्र रचने और राजद्रोह का आरोप लगाया गया है।
सुरजेवाला ने बताया कि विधायकों की खरीद-फरोख्त का ऑडियो सामने आने के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने विश्वेंद्र सिंह व भंवरलाल शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। उन्होंने कि कांग्रेस मांग करती है कि एसओजी शेखावत, जैन, विश्वेंद्र सिंह व शर्मा के ऑडियो की शीघ्र जांच करे। उन्होंने कहा कि कालाधन कहां से आया, हवाला से आया या किसी अन्य माध्यम से आया इसकी एसओजी को जांच करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि 20 से 35 करोड़ रुपये में विधायकों की निष्ठा खरीदने की कोशिश की गई। सरकार गिराने का षडयंत्र किया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में सचिन पायलट को सफाई देनी चाहिए। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार कोरोना और चीन से लड़ने के बजाय सत्ता लूटने का काम कर रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस की आपसी लड़ाई का आरोप बीजेपी पर लगाया जा रहा है। उन्होंने आारोप लगाया कि मुख्यमंत्री निवास फर्जी ऑडियो का केंद्र बन गया है। नेताओं के चरीत्र हनन का प्रयास हो रहा है। विधायक ने आरोपों को नकारा है, वे कांग्रेस के हैं। लेकिन केंद्रीय नेताओं को बेवजह इस मामले में लपेटा जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।