लोस चुनाव : वाराणसी के चुनावी ‘ट्रैक’ पर नहीं दौड़ी सपा की ‘साइकिल’
वाराणसी (हि.स.)। संसदीय सीट देश की वीवीआईपी सीटों में शुमार है। किसी जमाने में इस सीट पर कांग्रेस का वर्चस्व था। हालांकि पिछले 15 वर्षों से यहां भाजपा का कमल खिला है। वाराणसी संसदीय सीट पर अब तक हुए 17 आम चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों 7-7 बार जीत चुके हैं। भारतीय लोकदल, सीपीएम और जनता दल ने भी यहां 1-1 बार जीत का स्वाद चखा है। लेकिन पूर्वांचल की कई सीटों पर जीत दर्ज करने के बावजूद समाजवादी पार्टी की साइकिल यहां कभी दौड़ नहीं पाई। सपा पांच बार इस सीट से चुनाव लड़ चुकी है। इसमें तीन बार उसकी जमानत जब्त हुई। बता दें, 2024 के चुनाव में सपा-कांग्रेस का गठबंधन है, ये सीट कांग्रेस के खाते में है।
पहले चुनाव में चौथे नंबर पर रही साइकिल
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी स्थापना के सात साल बाद यानी 1999 में वाराणसी में पहली बार अपना प्रत्याशती मैदान में उतारा। सपा प्रत्याशी सलमान बशीर को 78,422 (12.56 प्रतिशत) वोट मिले। बशीर चौथे नंबर पर रहे। ये चुनाव भाजपा के शंकर प्रसाद जायसवाल ने जीता। भाजपा प्रत्याशी को 211,955 (33.95 प्रतिशत) वोट मिले। कांग्रेस के डॉ.राजेश मिश्र 159,096 (25.48 प्रतिशत) वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे।
दूसरे चुनाव में पांचवां नंबर
2004 में सपा ने दूसरी बार इस सीट से अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा। सपा प्रत्याशी अंजना प्रकाश को 59,104 (9.34 प्रतिशत)वोट मिले। वो पांचवें स्थान पर रहीं। चुनाव में कांग्रेस के डॉ.राजेश कुमार मिश्र विजयी रहे। राजेश को 206,904 (32.68 प्रतिशत) वोट मिले। भाजपा के मौजूदा सांसद शंकर प्रसाद जायसवाल 149,468 (23.60 प्रतिशत) वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे।
तीसरे चुनाव में तीसरा नंबर
15वीं लोकसभा के लिए साल 2009 में हुए आम चुनाव में सपा प्रत्याशी अजय राय 75,614 (7.34 प्रतिशत) वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। भाजपा के डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने ये चुनाव जीता। डॉ.जोशी केा 203,122 (30.52 प्रतिशत) वोट मिले। बसपा के मुख्तार अंसारी 185,911 (27.94 प्रतिशत) वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में 42.60 फीसदी वोटिंग हुई।
चौथे चुनाव में पांचवें नंबर पर रही साइकिल
2014 के आम चुनाव में सपा ने चौथी बार इस सीट से अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा। सपा प्रत्याशी कैलाश चौरसिया साइकिल को दौड़ा नहीं पाए और वो पांचवें स्थान ही हासिल कर पाए। चौरसिया के खाते में 45,291 (4.39 प्रतिशत) वोट आए। भाजपा के पीएम पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी ने ये चुनाव 581,022 (56.37 प्रतिशत) वोट पाकर जीता। आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल 209,238 (20.30 प्रतिशत) वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे।
2019 के चुनाव में दूसरे नंबर पर पहुंची साइकिल
17वीं लोकसभा के चुनाव में सपा-बसपा का गठबंधन था। ये सीट सपा के खाते में आई। सपा ने शालिनी यादव को मैदान में उतारा। गठबंधन प्रत्याशी का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी पीएम नरेन्द्र मोदी से था। चुनाव भाजपा प्रत्याशी मोदी ने 4 लाख 79 हजार 505 वोट के अंतर से जीता। नरेन्द्र मोदी को 674,664 (63.6 प्रतिशत) वोट मिले। वहीं दूसरे नंबर पर रही सपा प्रत्याशी शालिनी को 195,159 (18.4 प्रतिशत) वोट मिले। कांंग्रेस प्रत्याशी अजय राय 152,548 (14.38 प्रतिशत) वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे।
2024 का चुनाव
18वीं लोकसभा के गठन के लिए हो रहे आम चुनाव में उप्र में सपा-कांग्रेस का गठबंधन है। ये सीट कांग्रेस के खाते में है। कांग्रेस की ओर से उसके प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मैदान में हैं। वहीं भाजपा ने तीसरी बार पीएम नरेन्द्र मोदी को टिकट दिया है। बसपा ने अतहर जमाल लारी को टिकट दिया है।
डॉ.आशीष वशिष्ठ