लोस चुनाव : अबकी बार लखनऊ में जीत को और बड़ा करना चाहेंगे राजनाथ
लखनऊ(हि.स.)। 2019 के आम चुनाव में प्रदेश की वीआईपी सीट लखनऊ भाजपा प्रत्याशी केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने करीब साढ़े तीन लाख के अंतर से जीती थी। 2024 के चुनाव में भाजपा ने तीसरी बार राजनाथ सिंह को चुनावी रण में उतारा है। राजनाथ सिंह के सामने पिछले चुनाव में मिली बुलंद जीत को और बुलंद करने की चुनौती है।लखनऊ में राजनाथ सिंह के ‘अबकी बार पांच लाख (वोट) पार’ नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं।
3 लाख 47 हजार वोटों से जीते थे राजनाथ
2019 के आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राजनाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी पूनम शत्रुध्न सिन्हा को हराया था। इस चुनाव में कुल 15 प्रत्याशी मैदान में थे। राजनाथ सिंह को 633,026 (56.64 प्रतिशत) वोट हासिल हुए। सपा की पूनम सिन्हा के खाते में 285,724 (25.57 प्रतिशत) वोट आए। वहीं तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णन को 180,011 (16.11 प्रतिशत) मत प्राप्त हुए। राजनाथ सिंह ने 3 लाख 47 हजार 302 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। इस चुनाव में 11 लाख 16 हजार 445 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। वहीं वोटिंग प्रतिशत 54.72 रहा। इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार समेत 13 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई। इस चुनाव में सपा-बसपा का गठबंधन था। और ये सीट सपा के खाते में आई थी।
2014 के चुनाव में पहली बार खिला कमल
2014 के चुनाव में कुल 29 प्रत्याशी लखनऊ के चुनाव मैदान में थे। कुल 10 लाख 33 हजार 883 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। भाजपा प्रत्याशी राजनाथ सिंह के खाते में 561,106 (54.23 प्रतिशत) मत आए थे। कांग्रेस उम्मीदवार प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी 163,127 (27.93 प्रतिशत) वोट के साथ दूसरे स्थान पर रही। बसपा प्रत्याशी नकुल दुबे 64,449 (6.23 प्रतिशत) और समाजवादी पार्टी (सपा) के अभिषेक मिश्रा 56,771 (5.49 प्रतिशत) वोटों के साथ तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। स चुनाव में 53.02 फीसदी मतदान हुआ।
1991 से लखनऊ सीट पर भाजपा का कब्जा
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई ने 1991 से लगातार पांच बार इस सीट पर कमल का फूल खिलाया। अटल जी के सक्रिय राजनीति से दूर होने के बाद 2009 के चुनाव में लालजी टण्डन ने विजय रथ को आगे बढ़ाया। 2014 और 2019 के चुनाव में राजनाथ सिंह बड़े मार्जिन के साथ कमल खिला रहे हैं। भाजपा यह सीट लगातार आठ बार जीत चुकी है। इस बार भाजपा नौंवी जीत के लिए मैदान में हैं।
अबकी बार राजनाथ सिंह पांच लाख पार
भाजपा के राजनाथ सिंह को चुनौती देने के लिए सपा ने मौजूदा विधायक रविदास मेहरोत्रा को मैदान में उतारा है। इस चुनाव में सपा-कांग्रेस का गठबंधन है। ये सीट सपा के खाते में है। बसपा की ओर से मोहम्मद सरवर मलिक मैदान में हैं। राजनाथ सिंह पिछले दस वर्षों के कार्यकाल में लखनऊ में हुए विकास कार्यों का हवाला देकर विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं। वहीं सपा और बसपा के प्रत्याशी डबल इंजन की सरकार की नाकामियों को गिना रहे हैं। यहां लड़ाई दिलचस्प तो है, लेकिन लखनऊ का मूड राजनाथ सिंह के अब की बार पांच लाख पार के नारे के साथ खड़ा दिखाई देता है। अब यह देखना अहम होगा कि राजनाथ सिंह अपनी जीत की हैट्रिक के साथ पार्टी की झोली में नौंवी बार लखनऊ सीट कितने बड़े मार्जिन के साथ डालेंगे।
डॉ. आशीष वशिष्ठ/राजेश