लोकसभा चुनाव : भाजपा ने यूपी की कैसरगंज देवरिया जैसी हाईप्रोफाइल सीट पर अब तक नहीं दिया प्रत्याशी
लखनऊ (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को लोकसभा उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की है। इसमें उत्तर प्रदेश की सात सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गयी लेकिन बृजभूषण शरण सिंह वाली कैसरगंज हाईप्रोफाइल सीट के साथ ही देवरिया और भदोही जैसी पांच सीटों पर सस्पेस अब भी बना हुआ है। टिकट की आस में बैठे नेताओं के दिल की धड़कनें बढ़ी हुई हैं।
लोकसभा चुनाव से एक साल पहले से ही कैसरगंज संसदीय सीट की चर्चा हो रही थी। इस सीट से बृजभूषण शरण सिंह सांसद हैं। कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहते विवादों में आए बृजभूषण शरण सिंह को भाजपा न तो टिकट देने से मना कर रही है और न ही उन्हें टिकट दे रही है। बृजभूषण के प्रभाव की चर्चा देश भर में है। स्थानीय स्तर पर कई बार यह भी कहा जाने लगा था कि प्रदेश और देश में सरकार किसी की हो, देवीपाटन मण्डल गोण्डा में तो नेता जी(बृजभूषण शरण सिंह) की ही सरकार रहती है। कई बार बृजभूषण का ऐसा बयान भी वायरल हुआ है जो संगठन और सरकार को चिढ़ाने वाले रहे हैं। मौजूदा पार्टी नेतृत्व को यह पसंद नहीं आ रहा था। जानकारों का मानना है कि इस समय भाजपा अपने हिसाब से निर्णय करती है। किसी क्षत्रप का कोई दखल नहीं होने दिया जाता। दखल होगा भी तो सार्वजनिक नहीं होने पाएगा। अब बृजभूषण अपने टिकट के इंतजार में हैं। सियासी गलियारे में कैसरगंज सीट चर्चा में है। बृजभूषण शरण सिंह की उनके क्षेत्र में सक्रियता से यह नहीं लगता कि उनकी सीट फंसी हुई है। वह और उनकी टीम पूरी तैयारी से चुनाव प्रचार में जुटे हैं।
देवरिया से उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रमापतिराम त्रिपाठी मौजूदा सांसद हैं। उनका टिकट भी फंसा हुआ है। देवरिया सीट पर जितने भी नाम चर्चा में हैं उनमें डॉ. त्रिपाठी सब पर भारी पड़ रहे हैं। इसी प्रकार भदोही, रायबरेली और फिरोजाबाद सीट पर सब की निगाहें टिकी हुई हैं।
दिलीप/सियाराम