लखनऊ विश्वविद्यालय का नया महाविद्यालय हजारों छात्रों को देगा सहूलियत

लखनऊ (हि.स.)। लखनऊ विश्वविद्यालय अपना तीसरा परिसर बनकर तैयार है। यह महाविद्यालय सीतापुर के नैमिषारण्य में है। नैमिषारण्य में लविवि का खुद का नया महाविद्यालय बनने से सीतापुर, लखीमपुर, कमलापुर, खैराबाद से लेकर पलिया और पीलीभीत तक के छात्रों के चेहरे पर मुस्कान आएगी।

उल्लेखनीय है कि इसकी रूपरेखा 2021 में विश्वविद्यालय ने बनाई थी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तुरंत मदद का हाथ बढ़ाते हुए इसके लिए बहुमंजिला भवन देने की पेशकश की। कवायद रंग लाई और इस कैंपस की बिल्डिंग अब पूरी तरह बनकर तैयार है। फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। कार्यदायी संस्था द्वारा इसे विश्वविद्यालय को सौंपने के बाद यहां अगले सत्र से शैक्षणिक कार्य शुरू हो जाएंगे।

वोकेशनल और प्रोफेशनल कोर्स होंगे संचालित

रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के इस तृतीय कैंपस में व्यवसायिक और तकनीकी शिक्षा से जुड़े कोर्स संचालित किए जाएंगें। यूजी और पीजी दोनों में प्रोफेशनल स्टडीज को शामिल किया जाएगा।

सीतापुर व आसपास के छात्रों को मिलेगा फायदा

अभी तक लखनऊ विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल करने की चाह रखने वाले छात्रों को राजधानी आना पड़ता था। यहां वो हाॅस्टल या किराए पर कमरा लेकर पढ़ाई करते थे। दूसरा विकल्प यह था कि वो अपने जनपद में ही लविवि से संबद्ध किसी डिग्री काॅलेज में एडमिशन लेते थे। नैमिषारण्य में लविवि का खुद का नया महाविद्यालय बनने से सीतापुर, लखीमपुर, कमलापुर, खैराबाद से लेकर पलिया और पीलीभीत तक के छात्रों के चेहरे पर मुस्कान आएगी।

यह है लविवि की वर्तमान स्थिति

लखनऊ विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक और काफी बड़े ओल्ड कैंपस में करीब 20 हजार छात्र पढ़ते हैं। लखनऊ के ही जानकीपुरम क्षेत्र में स्थित इसके सेकेंड कैंपस में भी करीब इतने ही छात्र इनरोल्ड हैं। दूसरी तरफ, राज्य सरकार द्वारा लविवि को नैमिषारण्य में दी गई बहुमंजिला बिल्डिंग निर्माण का काम पूरा हो चुका है। फिनिशिंग, रंग-रोगन, सजावट, तकनीक और जन-सुविधा संबंधी कार्य चल रहे हैं। ये सभी कार्य पूरे होने के बाद अगला सेशन शुरू होने से पहले यह इमारत लखनऊ विश्वविद्यालय को सुपुर्द कर दी जाएगी। जिसके बाद इस महाविद्यालय में शैक्षणिक कार्यों की शुरूआत हो जाएगी। इसके चालू हो जाने से लविवि लखनऊ के दोनों परिसरों पर छात्रों का दबाव कुछ कम होगा। इससे पहले एलयू वीसी प्रो. आलोक कुमार राय इस बिल्डिंग का निरीक्षण कर चुके हैं।

एडमिशन के भारी दबाव और ऊंची मेरिट में मिलेगी राहत

हर सेशन में सीटों की अपेक्षा काफी बड़ी संख्या में छात्र लविवि में दाखिले का आवेदन करते हैं। सीमित सीटों पर कंपटीशन और हाई मेरिट के बाद डिमांडिंग कोर्सेज के करीब आधे आवेदक छात्रों को मायूसी हाथ लगती है। ऐसे में वह या तो लविवि के डिग्री काॅलेजों का रुख करते हैं अथवा अन्यत्र कहीं एडमिशन ले लेते हैं। नैमिषारण्य में लविवि के खुद का महाविद्यालय चालू हो जाने से उस क्षेत्र से लखनऊ आने वाले छात्रों की संख्या कुछ कम होगी। जिसकी वजह से लखनऊ स्थित लविवि के दोनों परिसरों पर एडमिशन का दबाव भी कुछ कम हो सकेगा।

लविवि प्रवक्ता बोले

लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नैमिषारण्य में सरकार द्वारा प्रदत्त नए डिग्री काॅलेज के भवन में प्रोफेशनल और वोकेशनल कोर्स संचालित किए जाएंगे। राज्य सरकार की तरफ से मिला परिसर व इमारत बनकर तैयार है। अंतिम चरण के कुछ कार्य पूरे होने के बाद यह लविवि को हैंडओवर हो जाएगा। तब यहां एडमिशन और एजुकेशन संबंधी कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।

दिनेश

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