लखनऊ के चारबाग डिपो का एक कर्मचारी बर्खास्त, दुसरा निलंबित
-परिवहन निगम ने जनरथ बस के पहिए अचानक खुलने के मामले में दो कर्मचारियों पर की कार्रवाई
-जनरथ बस के पहिये अचानक खुलने से हो सकता था बड़ा हादसा
-चालक के अचानक बस रोकने से टल गया था बड़ा हादसा
लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) ने आलमबाग से वाराणसी जा रही जनरथ एसी बस के दो पहिए अचानक खुलने के मामले में बस की मरम्मत करने वाले चारबाग डिपो के सहायक मैकेनिक इरफान हुसैन को निलंबित कर दिया गया है, जबकि आउटसोर्सिंग कर्मचारी परवेज अहमद को बर्खास्त कर दिया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
राजधानी लखनऊ के आलमबाग टर्मिनल से वाराणसी जा रही यूपी 32 एमएन 9346 जनरथ एसी बस के पीछे के दोनों दोनों पहिए गत बुधवार को सुल्तानपुर रोड पर अचानक खुल थे। चालक ने सुल्तानपुर रोड पर बस का संतुलन बिगड़ता देख ब्रेक लगाकर रोक दिया था। इससे बड़ा हादसा टल गया था।
परिवहन निगम प्रशासन ने जनरथ एसी बस के पहिए अचानक खुलने के मामले की जांच करने का आदेश दिया है। प्रथम दृष्टया बस की मरम्मत करने वाले चारबाग डिपो के सहायक मैकेनिक इरफान हुसैन को निलंबित कर दिया गया है, जबकि आउटसोर्सिंग कर्मचारी परवेज अहमद को बर्खास्त कर दिया गया है। मामले की जांच अभी चल रही है।
चालक अशोक मिश्रा ने बताया कि डिपो इंचार्ज ने बस की लॉग बुक में बस की स्थिति ठीक लिखकर भेजा था। बस शहीद पथ होकर अहिमामऊ पहुंचने वाली थी, तभी अनियंत्रित होने लगी। साइड मिरर में देखने पर पता चला कि बस के पिछले दोनों पहिये लहराते हुए बाहर निकल रहे थे। यह देख बस को तुरंत रोक दिया हूं। रोकने के समय बस में आठ यात्री सवार थे। यह बस चारबाग डिपो की थी जो आलमबाग बस अड्डे से वाराणसी के लिए रवाना हुई थी।