रैपिड मेट्रो ट्रेन ट्रैक से बिजली के केबल चोरी,अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश,सात गिरफ्तार

गाजियाबाद(हि.स.)। क्राइम ब्रांच पुलिस ने मंगलवार को मेट्रो/रैपिड मेट्रो ट्रेन ट्रैक से बिजली के केबिल (तांबा) व अन्य सामान चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस व गिरोह के बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हो गया है, जबकि आठ को पुलिस ने दबोच लिया। उनके कब्जे से भारी मात्रा में रैपिड एक्स से चोरी का माल, चोरी करने मे प्रयोग किये जाने वाले उपकरण व अवैध असलहा व कारतूस बरामद किया गया है।

एडीसीपी क्राइम ब्रांच सच्चिदानंद ने बताया कि पुलिस टीम ने वसुन्धरा रैपिड ट्रेन की लाइन के पास थाना इन्दिरापुरम क्षेत्र से मुठभेड़ के दौरान कुल 09 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की गोली से घायल हुए बदमाश का नाम समीर है। इनमें तीन रैपिड मेट्रो ट्रेन के ट्रैक से बिजली के तांबे के केबिल व अन्य सामान चोरी करने वाले व चोरी के माल की खरीद-फरोख्त करने वाले हैं।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम लोगों का मेट्रो ट्रेन व रैपिड मेट्रो ट्रेन के ट्रैक से बिजली के ताँबे के केबल चोरी करने वालों का एक संगठित गिरोह है, जिसमें समीर, मूसा, निसार, शहादत, शमशेर, माजिद, हलाल, नौशाद, सैफ मलिक, गुलजार, जावेद, समीर कलीम उर्फ सिद्दू, जुल्फिकार है। पूर्व में 10अगस्त को हमारे गैंग के सैफ मलिक, जावेद, कलीम, गुलजार, जुल्फिकार, समीर को पुलिस द्वारा मुरादनगर क्षेत्र से चोरी करते समय गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उस चोरी में मौके से समीर, माजिद, नौशाद और हलाल भाग गये थे। उसके बाद हमारे गैंग को मूसा व समीर चलाने लगे। हम लोग चोरी करने से पहले एक तयशुदा स्थान पर इकठ्ठा हो जाते हैं और वहीं पर अपने-अपने मोबाइलों को बन्द कर लेते हैं।

हम लोगों को जहां रैपिड मेट्रो ट्रेन के ट्रैक से बिजली के ताँबे के केबल को चोरी करना होता है, वहीं उसके नीचे मौका देखकर आधी रात के बाद सुनसान होने पर आ जाते हैं फिर हम लोग पतली रस्सी में पत्थर बांधकर ऊपर मेट्रो की रेलिंग पर फेंकते हैं, जिसमें फंसकर रस्सी वापस नीचे आ जाती है फिर उस रस्सी के एक सिरे पर मोटा गांठों वाला रस्सा बांधकर उसे ऊपर खींचकर दूसरी तरफ से नीचे ले आते हैं और उस रस्से की मदद से हम लोगों में से कोई भी 3-4 लड़के आरी व डंडा लेकर ऊपर चढ़ जाते हैं। ब्लेड लगी आरी को डंडे पर बांधकर दूर से रैपिड मेट्रो के केबल को काटते है, जैसे ही केबल के ऊपर का प्लास्टिक का खोल कटने के बाद आरी का ब्लेड तार को छूता है तो शॉर्ट सर्किट के कारण ब्लास्ट के साथ बिजली सप्लाई का फ्यूज उड़ जाता है और केबल में करंट बन्द हो जाता है। फिर हम लोग फटाफट केबिल को काट कर नीचे फेंकते हैं, नीचे खडे़ हमारे साथी उनको इकट्ठा करते हैं ।

रैपिड मेट्रो लाइन के आस-पास मेट्रो का अन्य सामान जैसे फिश प्लेट, क्लैम्प व एंगल आदि भी नीचे फेंक देते है । हमारे नीचे खडे़ हुए साथी जल्दी-जल्दी चोरी का सामान सड़क से किनारे थोड़ी दूरी पर झाडि़यों में छिपा देते हैं और फिर मौका देखकर हम लोग चोरी का माल रिक्शा या टैम्पो में लादकर किसी सुनसान स्थान पर ले जाकर कटर की मदद से केबल को छीलकर तांबे का तार निकाल लेते हैं। पूर्व में वसुन्धरा के पास रैपिड रेल के केबिल की चोरी करते समय माजिद ट्रैक से उतरते हुए गिर गया था जिससे उसके हाथ में काफी चोट आयी थी। हमारे साथी मूसा व समीर ही चोरी का सारा सामान लेकर जाते हैं और उस माल को शहजाद, बृजेश उर्फ काले व सुबोध कबाड़ी को बेच देते हैं और उससे मिले पैसों को हम लोग आपस मे बराबर-बराबर बाँट लेते हैं। मूसा सभी साथियों को चोरी करने के लिए इकट्ठा करता है और चोरी के माल को कबाड़ियों को बेचता है इसलिए वह एक हिस्सा ज्यादा लेता है। हिस्से में मिले पैसे से हम सभी लोग अपने शौक पूरे करते हैं व अपने घर का खर्च चलाते हैं। हम लोग यह काम काफी समय से कर रहे हैं। गिरफ्तार बदमाशों में समीर,मूसा, निसार, शहादत शमशेर,माजिद, बृजेश, शहजाद व सुबोध शामिल हैं।

फरमान अली

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