राम मंदिर के लिए सोने की ईंट दान करना चाहते हैं प्रिंस तुसी
राज्य डेस्क
हैदराबाद। अयोध्या में आगामी पांच अगस्त को भव्य राममंदिर बनाने के लिए भूमिपूजन के लिए तैयारियां अब अंतिम चरण है। अयोध्या में भूमिपूजन की तैयारियों के बीच एक बार फिर बाबर मुगल बादशाह बाबर के वंशज प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी ने भूमिपूजन के लिए सोने की ईंट देने के लिए आगे आए है। प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी कहते हैं कि वह राम मंदिर के निर्माण के लिए सोने की ईट देकर बाबर के नाम पर लगे कंलक को मिटाना चाहते है। तुसी दावा करते हैं कि उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए सोने की ईंट देने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा हैं और जैसे ही प्रधानमंत्री कार्यालय से समय मिलेगा वह जाकर प्रधानमंत्री के हाथों में सोने की ईंट सौंप देंगे।
एक हिन्दी वेबसाइट से बातचीत में हबीबुद्दीन तुसी अयोध्या में भव्य राममंदिर के लिए भूमिपूजन पीएम मोदी के हाथों से होने पर खुशी जताते हुए कहते हैं कि मोदी जी के नेतृत्व में नए भारत का निर्माण हो रहा है। वह कहते हैं कि अगर कोरोना संकट नहीं होता तो वह खुद भी एक श्रद्धालु के रूप अयोध्या जाते और इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनते। राममंदिर के सोने की ईट देने पर हबीबुद्दीन तुसी कहते हैं कि उनके पूर्वज मुगल बादशाह बाबर के नाम पर मंदिर को तोड़े जाने का कलंक लगा हुआ है, इसलिए वह अब इस ऐतिहासिक मौके पर सोने की ईट देकर उस कलंक को मिटाना चाहते है और दुनिया को बताना चाहते हैं बाबर के वंशज भी चाहते हैं कि अयोध्या में भव्य राममंदिर बने।
बातचीत में हबीबुद्दीन तुसी बातते हैं कि उन्होंने राममंदिर के लिए एक करोड़ 80 लाख कीमत की एक सोने की जय श्रीराम लिखी विशेष ईट तैयार करवाई है, हलांकि सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वह इस विशेष ईट की फोटो सार्वजनिक नहीं कर रहे है। हबीबुद्दीन कहते हैं जैसे ही प्रधानमंत्री कार्यालय से उनको समय दिया जाएगा, वह खुद दिल्ली जाकर पीएम मोदी के हाथों में जय श्रीराम लिखी हुई ईंट सौंप देंगे। वर्तमान में हैदराबाद में रहने वाले प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी खुद को मुगल वंश के संस्थापक बाबर और अंतिम शासक बहादुर शाह जफर की छठी पीढी के वंशज होना बताते हैं और इस संबंध में वह कई दस्तावेज भी प्रदर्शित करते हैं। प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी हैदराबाद से सांसद औवेसी के उस बयान को सिरे से खारिज करते हैं जिसमें औवेसी ने राममंदिर के भूमिपूजन के लिए पीएम मोदी के जाने पर सवाल उठाए थे। वह कहते हैं कि औवसी जैसे लोग केवल अपनी गंदी राजनीति के लिए माहौल को खराब करने के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं।