राज्य : रेमडेसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी में तीन गिरफ्तार
नई दिल्ली । रेमडेसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में पश्चिम विहार वेस्ट थाना पुलिस ने दो पुरुष नर्स समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपितों की पहचान अंशुल अग्रवाल, सुनील कुमार और राहुल पॉल के रूप में हुई है। आरोपित 32 हजार रुपये में एक इंजेक्शन बेचते थे। सुनील व राहुल दोनों नर्स हैं, जबकि अंशुल एक कारोबारी का बेटा है। वह फोन पर हर एक डील करवाने के दो हजार रुपये लेता था। सुनील व राहुल अपने अस्पताल में कोविड से मरने वाले मरीजों के इंजेक्शन चोरी कर लेते थे। बाद में अंशुल के जरिये उनकी डील कराकर उनको मोटी रकम में बेच देते थे। पुलिस ने आरोपितों के पास से छह इंजेक्शन बरामद किए हैं। पुलिस पकड़े गए आरोपित से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने बताया कि पश्चिम विहार वेस्ट थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं। पुलिस की टीम ने आरोपित का नंबर जुटाकर उससे नकली ग्राहक बनकर बातचीत की। फोन पर एक इंजेक्शन के बदले डील 32 हजार में हो गई। आरोपित को इंजेक्शन देने के लिए पश्चिम विहार बुलाया गया। वहां पुलिस ने ट्रैप लगाकर आरोपित को दबोच लिया।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान अंशुल अग्रवाल के रूप में हुई। आरोपित ने बताया कि वह परिवार के साथ शाहदरा में रहता है। उसके पिता का गारमेंट का कारोबार है। वह पिता के साथ ही दुकान पर बैठता है। उसकी मुलाकात पिछले दिनों सुनील और राहुल से हुई थी। सुनील एन.के.एस. अस्पताल, गुलाबी बाग में नर्स है। वहीं राहुल गायत्री अस्पताल, गाजियाबाद में नर्स है।
दोनों अस्पताल में मरीजों के इंजेक्शन चोरी करके लाते थे। इसके बाद अंशुल फोन पर लोगों से इंजेक्शन के लिए संपर्क करता था। बाद में डील तय होने के बाद इंजेक्शन सुनील व राहुल से लेकर उनको पहुंचा दिया जाता था। हर डील के अंशुल दो हजार रुपये लेता था। पुलिस ने अंशुल से पूछताछ के बाद सुनील और राहुल को भी गिरफ्तार कर लिया। तीनों के पास से कुल छह इंजेक्शन बरामद हुए हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।