राज्य : रीता बहुगुणा ने पायलट नहीं, तेंदुलकर से बात की होगी : सचिन पायलट
संदीप माथुर
जयपुर (हि.स.)। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक बार फिर कांग्रेस में ही रहकर संघर्ष करने के संकेत दिए हैं। शुक्रवार को पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों के विरोध में आयोजित धरने पर बैठे पायलट ने भाजपा नेता और सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बयान को पूरी तरह गलत करार दिया।
बयान वाले समाचार में कहा गया है कि रीता बहुगुणा ने सचिन पायलट से फोन कर भाजपा में आने का न्यौता दिया है। हालांकि भाजपा नेता ने गुरुवार को ही कहा कि मेरे बयान को सही तरीके से नहीं रखा गया। रीता बहुगुणा के मुताबिक, उन्होंने सचिन पायलट के भाजपा में आने की इच्छा जतायी थी। आज धरने के दौरान सचिन पायलट ने कहा, मैंने भी सुना कि रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि सचिन से बात हुई है। लेकिन मेरी उनसे कोई बात नहीं हुई। पायलट ने कटाक्ष किया कि रीता जी ने सचिन तेंदुलकर से बात की होगी।
पायलट ने सांगानेर के एयरपोर्ट चौराहे पर स्थित एक पेट्रोल पंप पर बढ़ती महंगाई के विरोध में धरना दिया। पायलट के साथ पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी, रामनिवास गावड़ीया, मुकेश भाकर भी प्रदर्शन में शामिल हुए। इस मौके पर सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना महामारी की वजह से लोग परेशान हैं, आर्थिक मोर्चे पर लोग टूट चुके हैं। लोगों की जेब में पैसा नहीं है लेकिन दुख की बात है कि केंद्र सरकार लोगों को राहत देने की बजाय पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ाए जा रही है। पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। रसोई गैस की कीमतें हर आम आदमी को प्रभावित कर रही है। हमारा दबाव कामयाब रहेगा, केंद्र को दाम कम करने पड़ेंगे।
इससे पूर्व पायलट ने सुबह दौसा के जीरोता व भंडाना गांव पहुंचकर अपने स्वर्गीय पिता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजेश पायलट को पुष्पांजलि अर्पित की। करीब बीस मिनट के संक्षिप्त कार्यक्रम के बाद पायलट जयपुर के लिए रवाना हो गए। जितेन प्रसाद के भाजपा में जाने और राजस्थान कांग्रेस में हलचल के बाद मीडिया की निगाहे सचिन पर थीं, लेकिन उन्होंने कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं की। सचिन पायलट ने कहा कि स्वर्गीय पायलट साहब को याद करते हुए आज 21 साल हो गए हैं, देश की जनता उन्हें याद करती है। वे हमेशा मेरी प्रेरणा बने रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर भंडाना में हर वर्ष प्रार्थना सभा होती है। गत वर्ष राजेश पायलट की पुण्यतिथि के बाद ही सचिन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंका था। लेकिन इस बार कोरोना के कारण सिर्फ पुष्पांजलि कार्यक्रम ही रखा गया था।