राकेश पाण्डेय एनकांउटर मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजे नए सबूत

लखनऊ, (हि.स.)। एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने विगत 09 अगस्त को राजधानी के सरोजिनीनगर में एसटीएफ द्वारा राकेश उर्फ हनुमान पाण्डेय के एनकाउंटर मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को नए सबूत भेजे हैं। नूतन राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में मामले की शिकायत कर चुकी हैं, जिस पर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से जवाब तलब किया गया है। 

नूतन ने मामले से जुड़े नए खुलासे को लेकर बताया कि घटना की रात राकेश पाण्डेय श्री साईं अस्पताल, गुडंबा में भर्ती थे, जहां वे अपना इलाज करा रहे थे। वहीं रात करीब 02.30 बजे 4-5 लोग उनके पास गए थे जो उन्हें अपने साथ ले गए। अस्पताल वालों के पूछने पर उन लोगों ने राकेश की मां की तबियत बहुत खराब होने की बात बताई।
एफआईआर के अनुसार यह घटना सुबह 04.26 बजे घटित हुई। इसके विपरीत घटना के पूर्व 04.00 बजे ही दोबारा कई हथियारबंद लोग सादे कपड़ों में उस अस्पताल में आये जो अस्पताल के सभी सीसीटीवी कैमरे, उनकी सभी रिकॉर्डिंग तथा राकेश तिवारी सहित तमाम दूसरे मरीजों के केस रिकॉर्ड अपने साथ ले गए। जाते समय उन लोगों ने अस्पताल मैनेजमेंट से कहा कि ये रिकॉर्ड जांच के लिए सरोजिनीनगर थाने जा रही है, जहां से वापस मिल जाएगी। लेकिन, आज तक ये चीजें अस्पताल को वापस नहीं हुई हैं और सरोजिनीनगर पुलिस ने इन्हें ले जाने से मना किया है।
नूतन ने राकेश पाण्डेय के श्री साईं अस्पताल में भर्ती होने के सबूत के रूप में अस्पताल में उनकी भर्ती के पर्ची तथा अस्पताल के रूम की फोटो सामने रखी। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि ये पर्ची गलती से एसटीएफ द्वारा राकेश की जेब में रह गयी थी, जो उनके घरवालों को मिली। नूतन के मुताबिक उन्होंने इन नए सबूतों को भी आयोग को भेजा है।

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