योगी ने की देवीपाटन मण्डल के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा

योजनाओं के क्रियान्वयन में धन का अपव्यय व गुणवत्ता से समझौता न करने का निर्देश

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम अपने सरकारी आवास से वीडियो कार्न्फ्रेन्सिंग के माध्यम से मण्डल के जनप्रतिनिधियों तथा मण्डलायुक्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ देवीपाटन मण्डल के विकास कार्यों की गहन समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद के सांसदों एवं विधायकों से निर्माणाधीन विकास परियोजनाओं की प्रगति आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा निर्देशित किया कि सभी कार्य गुणवत्ता के साथ मानक के अनुरूप, समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराए जायें। उन्होंने कहा कि योजनाओं की प्राथमिकताएं तय करते हुए धन की उपलब्धता सुनिश्चित करा कर समय से पूरा कराया जाय।
मुख्यमंत्री जी ने गोण्डा के डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल को पूरी तरह से सक्रिय करने के निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल की क्षमता के अनुसार वहां पर मरीज भर्ती किए जाएं ताकि मरीजों को लखनऊ न आना पड़े। उन्होंने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग तेज कराने तथा सर्विलांस सिस्टम मजबूत करने के निर्देश देते हुए कहा कि मंडल में मृत्यु दर 01 प्रतिशत के नीचे आना चाहिए। उन्होंने केजीएमसी सैटेलाइट सेंटर बलरामपुर से संबंधित कार्य में तेजी लाने हेतु आयुक्त देवीपाटन मंडल को स्वयं मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद गोण्डा में विधि विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण कार्य आगामी दिसंबर माह तक हर हाल में पूर्ण कराने के निर्देश देते हुए कहा कि मुख्य बिल्डिंग का कार्य प्रत्येक दशा में पूर्ण हो जाए ताकि वह फंक्शनल हो सके। मुख्यमंत्री जी ने मण्डल के आकाक्षात्मक जिलों बहराइच, बलरामपुर व श्रावस्ती के निधारित सभी पैरामीटर्स में और अधिक मेहनत करके अच्छी प्रगति लाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों के बेहतर संवाद बनाकर योजनाओं का क्रियान्वयन कराएं तथा जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कार्यों का शिलान्यास व उद्घाटन भी कराएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कार्यों का भौतिक सत्यापन करके 70 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुके कार्यों का उपभोग प्रमाण पत्र भेजना सुनिश्चित करें ताकि समय से धन की उपलब्धता व आवंटन सुनिश्चित हो सके और किसी भी दशा में शासकीय धन का अपव्यय न हो । उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे स्वयं भी अपने विभागों की समीक्षा करें तथा समय से कार्यों का पूर्ण कराएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि अधिकारियों के स्तर पर समीक्षा करके उनकी जिम्मेदारी भी तय की जाय।
मुख्यमंत्री जी ने मण्डल के जनपदों में वनटांगिया एवं थारू गांवों में आवागमन के साधन, बिजली, आवास, संचार, पेंशन सहित सभी शासकी योजनाओं से पूरी तरह से आच्छादित करने के निर्देश दिए हैं कि ताकि उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ मिलने के साथ ही यह एहसास हो सके कि वे भी इस देश के नागरिक हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा के दौरान कहा कि यद्यपि सिंचाई विभाग द्वारा नदियों में बेसिन का कार्य कराए जाने से पहले की अपेक्षा क्षति की दर कम हुई है, फिर भी कार्यों का समय से आकलन करके यह सुनिश्चित किया जाय कि कम से कम क्षति हो। उन्होंने मण्डल के तराई क्षेत्र होने के दृष्टिगत स्वच्छ जलापूर्ति का कार्य पर विशेष ध्यान देने के साथ ही पेयजल योजनाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ क्रियान्वित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा से स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मुहैया कराने के साथ ही प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिए अतिकुपोषित परिवारों को अच्छी नस्ल की गायें भी दी जाएं जिससे उनका स्वास्थ्य सुधर सके। मुख्यमंत्री जी ने गन्ना किसानों का कम भुगतान करने वाली चीनी मिलों के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे प्रबन्धन को बुलाकर किसानों का गन्ना मूल्य का समय से भुगतान कराना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए प्रस्तावों के सम्बन्ध में जनपद सतर से भी कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं।
समीक्षा में उपस्थित व वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से उपस्थित मंत्री व विधायकगण द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों से सम्बन्धित विभिन्न प्रस्तावों से मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया जिस पर मुख्यमंत्री जी ने अपेक्षित कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। समाज कल्याण मंत्री/विधायक मनकापुर रमापति शास्त्री ने नवाबगंज-मनकापुर मार्ग के निर्माण हेतु वन विभाग द्वारा शीघ्र एनओसी दिलाने का अनुरोध किया, जिस पर मुख्यमंत्री जी ने वन विभाग को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। विधायक सदर प्रतीक भूषण सिंह ने लखनऊ-गोण्डा मार्ग से फैजाबाद रोड को जोड़ते हुए बाईपास रोड बनाने का प्रस्ताव दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने शहर के प्रमुख रास्तों को त्वरित आर्थिक विकास निधि से बनवाने का प्रस्ताव भी दिया। विधायक मेहनौन विनय द्विवेदी ने राजकीय विद्यालय इटियाथोक के निर्माण में तेजी लाने एवं धन आवंटन का अनुरोध किया। विधायक कटरा बाजार बावन सिंह ने कटरा-चंदवतपुर मार्ग पर टेढ़ी नदी पर पुल के निर्माण का प्रस्ताव दिया। इसके अलावा रुपईडीह ब्लाक पर सीएचसी/ट्रामा सेन्टर बनाने का प्रस्ताव दिया। विधायक कर्नलगंज कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया द्वारा निर्माणाधीन कृषि महाविद्यालय कर्नलगंज का कार्य जल्द पूरा कराने का अनुरोध किया गया। विधायक तरबगंज प्रेम नरायन पाण्डेय ने कहा कि तरबगंज बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। बारिश से ज्यादातर सड़कें खराब हो गई हैं। इसलिए त्वरित आर्थिक विकास निधि से कार्य कराने की स्वीकृति दी जाय। विधायक गौरा प्रभात वर्मा द्वारा प्रस्ताव दिया गया कि मनकापुर मुख्यालय को जोड़ने वाली 23 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण हेतु शासन से वित्तीय स्वीकृति, घारीघाट में 132 केवी विद्युत सब स्टेशन हेतु वित्तीय स्वीकृति तथा कुआनो नदी पर पुल का निर्माण हेतु प्रस्ताव दिया। विधायक ने कहा कि पुल के निर्माण से जनपद बस्ती की दूरी 40 किलोमीटर कम हो जाएगी।
बैठक में मंडलायुक्त एस.वी.एस. रंगाराव ने 50 करोड़ रुपए से ऊपर की निर्माण परियोजनाओं, विकास कार्यों, कोविड-19 के प्रबंधन एवं अन्य मंडल स्तरीय विकास कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी दी। मण्डलायुक्त ने बताया कि मण्डल में 50 करोड़ से अधिक लागत की कुल 12 परियोजनाएं संचालित हैं जिनमें जनपद गोण्डा में 05, बलरामपुर में 03, तथा श्रावस्ती व बहराइच में 2-2 परियोजनाएं हैं। उन्होंने बताया कि सभी परियोजनाओं की कुल लागत 1493.2 करोड़ है जिसके सापेक्ष शासन से अब तक 964.57 करोड़ रूपए की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। उक्त सभी 12 परियोजनाओं हेतु लोक निर्माण विभाग, उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम व उ0प्र0 पावर ट्रान्समिशन कार्पोरेशन लिमिटेड कार्यदायी संस्थाएं हैं। उन्होंने बताया कि फरेन्दा-जरवल मार्ग के चैनेज 187.60 से चैनेज 234.00 तक 46.40 किलोमीटर की स्वीकृत लागत 385.006 करोड़ से फोरलेन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिसका लगभग 94 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है तथा कार्य पूर्ण करने की लक्षित तिथि 31 मार्च 2021 है। सड़कों के चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य में डुमरियागंज-गौराचैकी-मसकनवा-कटरा अयोध्या मार्ग के चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य 55.44 करोड़ की लागत से 26.630 किलोमीटर कराया जा रहा है। इस कार्य को अक्टूबर 2020 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी प्रकार 26.300 किलोमीटर लम्बे गोण्डा-बेलसर उमरीबेगमगंज मार्ग का चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य 51.46 करोड़ की लागत से कराया जा रहा है, जिसे 31 दिसम्बर 2020 तक पूर्ण कराने का लक्ष्य रखा गया है।
आयुक्त ने बताया कि जनपद गोण्डा में 500 शैयायुक्त राजकीय मेडिकल कालेज के निर्माण हेतु शासन द्वारा 250.32 करोड़ रूपए का बजट स्वीकृत किया गया है जिसके सापेक्ष 20 करोड़ की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। कार्यदायी संस्था द्वारा 31 मई 2022 तक कार्य पूर्ण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होेंने बताया कि जनपद गोण्डा में श्रम विभाग द्वारा संचालित होने वाले अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण प्रान्तीय खण्ड लोक निर्माण विभाग गोण्डा द्वारा किया जा रहा है। जिसकी स्वीकृत लागत 71.40 करोड़ के सापेक्ष 10 करोड़ रूपए की धनराशि शासन द्वारा अवमुक्त की गई है तथा आगामी 31 मार्च 2022 तक निर्माण कार्य पूरा कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
आयुक्त ने बताया कि जनपद बलरामपुर में 56.09 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 24.6 किलोमीटर लम्बे तुलसीपुर कोयलावासा मार्ग के चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकीरण का कार्य लगभग 85 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 120.72 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 220के.वी. विद्युत उपकेन्द्र बलरामपुर एवं सम्बन्धित लाइनों ंका निर्माण कार्य 50 प्रतिशत पूर्ण हो गया है तथा शासन द्वारा स्वीकृत लागत के सापेक्ष 46.60 करोड़ रूपए अवमुक्त किए गए हैं। इस कार्य के पूर्ण होने का लक्ष्य 31 मार्च 2021 निर्धारित किया गया है। समीक्षा में आयुक्त ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि जनपद बलरामपुर में 85.12 करोड़ रूपए की लागत से 300 शैयायुक्त अटल बिहारी बाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय परिसर किंग जार्ज यूनिवर्सिटी एट बलरामपुर का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि स्वीकृत लागत के सापेक्ष 20 करोड़ रूपए शासन से अवमुक्त किया जा चुका है तथा 31 दिसम्बर 2022 तक निर्माण कार्य पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
आयुक्त ने बताया कि जनपद श्रावस्ती में निर्माणाधीन जिला कारागार का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है तथा शासन से स्वीकृत लागत 99.05 करोड़ के सापेक्ष 94.10 करोड़ रूपए की धनराशि प्राप्त हो चुकी है तथा कार्यदायी संस्था द्वारा आगामी दिसम्बर तक भवन हैण्डओवर कर दिये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जनपद श्रावस्ती में पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत स्वदेश दर्शन योजना में बौद्ध सर्किट के निर्माण की समीक्षा के दौरान आयुक्त ने बताया कि राजकीय निर्माण निगम द्वारा 51.23 करोड़ रूपए की लागत से बौद्ध सर्किट का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण का कार्य लगभग 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है तथा शासन से स्वीकृत लागत के सापेक्ष 34.65 करोड़ की धनराशि मिल चुकी है तथा मार्च 2021 तक कार्य पूर्ण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
आयुक्त ने बताया कि 132केवी विद्युत उपकेन्द्र कैसरगंज एवं सम्बन्धित लाइनों का निर्माण कार्यदायी संस्था विद्युत पारेषण खण्ड के माध्यम से 69.75 करोड़ रूपए की लागत से कराया जा रहा है तथा निर्माण का कार्य लगभग 57 र्प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। शासन से स्वीकृत लागत के सापेक्ष 37.86 करोड़ रूपए अवमुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कार्यदायी संस्था द्वारा आगामी 31 मार्च 2021 तक कार्य पूर्ण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जनपद बहराइच में महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कालेज के निर्माण की समीक्षा में आयुक्त ने बताया कि कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम द्वारा मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। मेडिकल कालेज के निर्माण हेतु शासन द्वारा 197.56 करोड़ रूपए की धनराशि स्वीकृत की गई है जिसके सापेक्ष 187.68 करोड़ रूपए अवमुक्त किए जा चुके हैं तथा मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य 98 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।
मण्डलायुक्त ने बताया कि अमृत योजना मण्डल के जनपद बहराइच में संचालित है। इस योजना के अन्तर्गत जलापूर्ति एवं पार्क निर्माण की योजना स्वीकृत है। कार्यदायी संस्था जल निगम बहराइच द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है। अमृत योजना पेयजल के लिए शासन से 71.97 करोड़ रूपए का बजट स्वीकृत किया गया, जिसके सापेक्ष 40.43 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि कार्यदायी संस्था द्वारा 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण करा लिया गया है तथा 31 मई 2021 तक शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वैश्विक महामारी कोविड-19 की समीक्षा के दौरान आयुक्त ने बताया कि मण्डल के विभिन्न जनपदों में अब तक कुल 8305 पाजिटिव केसेज के सापेक्ष 7230 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं तथा मण्डल में कुल 109 लोगों की मृत्यु हुई है। मण्डल में कोविड-19 मरीजों की मृत्युदर 1.31 प्रतिशत एवं डिस्चार्जरेट/रिकवरीरेट 87 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि कोविड टेस्टिंग के लिए मण्डल में अब तक कुल 03 लाख 17 हजार 634 सैम्पल लिए गए हैं, 427 हॉट स्पॉट एरिया तथा 3644 सर्विलांस टीमें कार्य कर रही हैं। मण्डल में ट्रैस कान्टैक्ट््स की संख्या 62442 एवं उसका प्रतिशत 99 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि मण्डल में जनपदवार लेवल-1 के जनपद गोण्डा में 150 बेड, बहराइच-बलरामपुर में 40-40 तथा श्रावस्ती में 51 बेड सहित कुल 281 बेड हैं, जिसके सापेक्ष कुल 37 मरीज लेवल-1 में भर्ती हैं। इसी प्रकार लेवल-2 स्तर के 604 बेडों में जनपद गोण्डा में 260, बहराइच में 250, बलरामपुर में 30 तथा श्रावस्ती में 64 बेड हैं जिसमें उपलब्ध बेडों के सापेक्ष गोण्डा में 10, बहराइच में 23, बलरामपुर में 03 मरीजों सहित कुल 36 मरीज भर्ती हैं। उन्हांने बताया कि मण्डल में कान्टैक्ट ट्रैसिंग का कार्य तत्परता से कराया जा रहा है व हर एक पॉजिटिव केस पर पूरी तरह से कान्टैक्ट ट्रैसिंग का कार्य कराया जा रहा है। आईएलआई/एसएआरआई व्यक्तियां की पहचान के लिये मण्डल में डोर टू डोर सर्विलांस अभियान संचालित किया गया है। जिसके अन्तर्गत व्यक्तियों को चिन्हित कर सभी की सैम्पलिंग की गई है।
गन्ना विभाग की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने बताया कि मण्डल में 10 चीनी मिलें वर्तमान में संचालित हैं जिनमें जनपद गोण्डा में मनकापुर, मैजापुर व बजाज की कुन्दुरखी चीनी मिलें हैं। मनकापुर चीनी मिल द्वारा 52929 किसानों के गन्ना मूल्य 37680.37 लाख रूपए के सापेक्ष 33450.10 लाख रूपए (88.77 प्रतिशत) भुगतान किया गया। मैजापुर मिल द्वारा 25968 गन्ना कृषकों की 14699.58 लाख रूपए के सापेक्ष 12782.11 लाख रूपए (86.96 प्रतिशत) भुगतान किया गया है। जबकि बजाज कुन्दुरखी चीनी मिल द्वारा 39034 किसानों के 339646.46 लाख रूपए के भुगतान के सापेक्ष 13183.17 लाख रूपए (38.84 प्रतिशत) भुगतान किया गया है।
इसी प्रकार जनपद बलरामपुर में बलरामपुर चीनी मिल द्वारा 89205 किसानों का 52605.80 लाख रूपए के सापेक्ष 45140.17 लाख रूपए(85.81 प्रतिशत), तुलसीपुर चीनी मिल द्वारा 48153 कृषकों के 27756.18 लाख रूपए गन्ना मूल्य के सापेक्ष 24503.43 लाख रूपए (88.28 प्रतिशत) तथा इटईमैदा मिल द्वारा 32138 किसानों के 20948.57 लाख के सापेक्ष 10003.78 लाख रूपए (47.75 प्रतिशत) का भुगतान किया गया है। जनपद बहराइच में संचालित चीनी मिल चिलवरिया द्वारा 18046 किसानों के 14298.73 लाख रूपए के सापेक्ष 3244.31 लाख रूपए (22.69 प्रतिशत), परसेण्डी चीनी मिल द्वारा 47053 किसानों के 25342.59 लाख रूपए के सापेक्ष सभी किसानों का शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। जरवल रोड चीनी मिल द्वारा 13951 किसानों का 8927.15 लाख रूपए के सापेक्ष 7587.06 लाख रूपए(84.99 प्रतिशत) तथा नानपारा(सहकारी) चीनी मिल द्वारा 23791 गन्ना किसानों के भुगतान मूल्य 13661.45 लाख के सापेक्ष 11071.87 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया कि मण्डल में कुल 390268 गन्ना किसानों के देय भुगतान राशि 249866.88 लाख रूपए के सापेक्ष 186308.59 लाख रूपए (74.56 प्रतिशत) का कुल भुगतान हुआ है।
आयुक्त ने बताया कि मण्डल में यूरिया खाद के लक्ष्य 163598 मी0टन के सापेक्ष 172982 मी0टन की आपूर्ति हो चुकी है जो लक्ष्य का 106 प्रतिशत है। इसमें जनपद गोण्डा में 58854, बलरामपुर में 31005, बहराइच 62489 तथा श्रावस्ती में 20634 मीटरिक टन यूरिया की आपूर्ति हुई है। उन्होंने बताया कि मण्डल में एनपीके के निर्धारित लक्ष्य 8293 मीटरिक टन के सापेक्ष 8612 मीटरिक टन, एमओपी के निर्धारित लक्ष्य 3595 मीटरिक टन के सापेक्ष 4154 मीटरिक टन तथा एसएसपी के निर्धारित लक्ष्य 7000 मीटरिक टन के सापेक्ष 30885 मीटरिक टन की आपूर्ति मण्डल में की गई है। उन्होने बताया कि मण्डल में डी0ए0पी0 खाद के निर्धारित लक्ष्य 28760 मी0टन के सापेक्ष 47784 मी0टन की आपूर्ति हो चुकी है जो कुल लक्ष्य का 166 प्रतिशत है। उन्होंने बताया मण्डल में किसी भी उर्वरक की कोई कमी नहीं है तथा उर्वरक बिक्री में गड़बड़ी करने वालो के विरूद्ध कार्यवाही भी की गई है।
बाढ़ की समीक्षा के दौरान आयुक्त ने बताया कि इस वर्ष देवीपाटन मण्डल में कुल 814.28 मिलीमीटर वर्षा हुई है तथा मण्डल के 170 ग्राम बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जिनमें 41 ग्राम मैरुन्ड रहे। बाढ़ मद में प्राप्त बजट एवं व्यय की जानकारी देते हुए आयुक्त ने बताया कि मण्डल हेतु 250 लाख रूपए का बजट प्राप्त हुआ जिसके सापेक्ष 177.15 लाख रूपए का व्यय किया गया और 136.08 लाख रूपए की धनराशि अवशेष है। उन्होंने बताया कि बाढ़ से मण्डल में 15 कच्चे मकान व 66 पक्के मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसी प्रकार 19 कच्चे मकान व 5 पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा 459 झोपड़िया भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। आयुक्त ने बताया कि मण्डल में कुल 240404 की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है जिसमें जनपद गोण्डा में 7261, बलरामपुर में 34250 तथा बहराइच में 198893 की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि मण्डल में बाढ़ से कुल 25584.999 हेक्टेयर में से कृषि योग्य क्षेत्रफल 16455.67 हेक्टेयर प्रभावित हुआ है जिसमें बोई गई फसल का क्षेत्रफल 13642.24 हेक्टेयर है एवं कटान का क्षेत्रफल 577.892 हेक्टेयर है। मण्डल में बाढ़ से मृतकों की कुल संख्या 22 है जिसमें गोण्डा में 01, बलरामपुर में 06 तथा बहराइच में 15 लोगों की मृत्यु हुई है। मृतकों के परिजनों को कुल 88 लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने जनपद गोण्डा की 10 करोड़ से 50 करोड़ की लागत की परियोजनाओं की प्रगति व अन्य विकास कार्यों की प्रगति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों को प्रभावी ढंग से लागू करने तथा समयबद्ध ढंग से कार्यों को पूर्ण कराने हेतु प्रत्येक स्तर पर कार्यवाही किए जाने हेतु आश्वस्त किया गया। बैठक में विधायक कटरा बावन सिंह, विधायक कर्नलगंज कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया, विधायक सदर प्रतीक भूषण सिंह, विधायक गौरा प्रभात वर्मा, विधायक मेहनौन विनय द्विवेदी, विधायक तरबगंज प्रेम नारायण पांडेय सहित आयुक्त देवीपाटन मंडल एसवीएस रंगाराव, डीएम गोण्डा डॉ नितिन बंसल, सीडीओ शशांक त्रिपाठी, अपर आयुक्त राकेश चन्द्र शर्मा व कमलेश कुमार सिंह, संयुक्त विकास आयुक्त वीरेन्द्र प्रसाद पाण्डेय व अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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