यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में ट्रासपोर्ट कंपनी के कर्मचारी गिरफ्तार

लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के पेपर लीक मामले में शुक्रवार को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने पुलिस मुख्यालय में वार्ता की। अहमदाबाद से परीक्षा का पेपर लीक किया गया है। लीक करने वाले आरोपित उस कंपनी के कर्मचारी हैं जिन्हें पेपर को सुरक्षित रखने और ट्रांसपोर्ट करने की जिम्मेदारी मिली थी। इसमें एक आरोपित पूर्व कर्मचारी है।

उन्होंने बताया कि परीक्षा लीक मामले के मास्टर माइंड प्रयागराज निवासी अभिषेक शुकला, शिवम गिरी और रोहित पाण्डेय को गिरफ्तार किया है। जिस एजेंसी द्वारा यह कार्य किया जा रहा था, उसकी एक ट्रांसपोर्ट एजेंसी टीसीआई है। इस एजेंसी का वह पूर्व कर्मचारी है। शिवम और रोहित वर्तमान कर्मचारी है। जिस एजेंसी को तय किया था, उसने प्रश्नपत्र छपने के बाद इस एजेंसी टीसीआई को स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी दी थी। इसके दो कर्मचारी और एक अन्य पूर्व कर्मचारी पुलिस की गिरफ्त में है। इसके अलावा बिहार निवासी डॉ. शुभम मंडल को पुलिस हिरासत में लिया गया है।मास्टर माइंड गौतमबुद्धनगर निवासी रवी अत्री और प्रयागराज निवासी राजीव नयन मिश्रा फरार है। वह भोपाल भी आता-जाता है। राजीव का पूर्व इतिहास भी है। यूपी टेट परीक्षा में भी गिरफ्तार हो चुका है। मध्य प्रदेश में संविदा स्टॉफ नर्स परीक्षा लीक कराने में मुकदमा दर्ज है। रवि भी इसमें शामिल है, उसके खिलाफ रोहतक, हरियाणा में केस दर्ज है। इस प्रकार पूरे गैंग ने इस प्रश्न पत्र को लीक किया है।

डीजीपी ने बताया कि रवि अत्री ने अभिषेक को बताया कि जैसे ही पेपर वेयर हाउस में पहुंचेगा तो इसकी सूचना उन्हें दे। यही बात अभिषेक ने अपने मित्र शिवम को बताई। एक फरवरी को शिवम ने पेपर आने की बात रवि को बताते हुए ट्रंक बॉक्स की फोटो भेजी। रवि अत्री ने यही बात राजीव को बतायी। तीन फरवरी से पांच फरवरी के बीच रवि और अभिषेक अहमदाबाद के एक होटल में पहुंचे। राजीव भोपाल से कार में बैठकर अहमदाबाद पहुंचा। यहां टीएसआई के कर्मचारी रोहित और शिवम ने इन लोगों से मुलाकात की। डाॅ.शुभम हवाई जहाज से पटना से अहमदाबाद पहुंचा। राजीव का आई फोन लेकर शुभम, रोहित और शिवम वेयरहाउस पहुंचे। यहां पर ट्रंक बॉक्स को खोलकर पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर खोलकर उसकी फोटो ले ली। राजीव और रवि ने आर्थिक फायदे के लिए इस पेपर को विक्रम पहल, मोनू ढाकला, विक्रम, महेन्द्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, धीरज, सतीश और नीटू को भेजा। इसमें से कुछ लोगों की गिरफ्तारी पहले से ही एसटीएफकर चुकी है। एसटीएफ ने दो आरोपी प्रतापगढ़ निवासी अरुण कुमार सिंह, और सौरभ शुक्ला को भी दबोचा है।

जानकारी के मुताबिक, अभी तक इस मामले में 178 केस दर्ज हुए है, इनमें 15 एसटीएफ ने दर्ज कराये हैं। अब तक 396 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। राजीव नयन मिश्रा इसका मास्टर माइंड है।

दीपक/सियाराम

error: Content is protected !!