मुख्तार अंसारी को दूसरे राज्य की जेल में ट्रांसफर की मांग पर उप्र सरकार को नोटिस

नई दिल्ली(हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के बाहुबली मुख्तार अंसारी को दूसरे राज्य की जेल में ट्रांसफर करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए उप्र सरकार को नोटिस जारी किया है। जस्टिस ऋषिकेश राय की अध्यक्षता वाली बेंच ने नोटिस जारी किया। याचिका मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने दायर की है।

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने मुख्तार अंसारी की तरफ से पेश वकील कपिल सिब्बल से पूछा कि परिस्थितियों में ऐसा क्या बदलाव आया है, जिसके कारण याचिका पर सुनवाई आवश्यक हो गई है। सिब्बल ने कहा कि पिछली सुनवाई शुरू होने के बाद से एक आरोपित मारा गया है जबकि एक की कोर्ट में ही हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि कृपया नवंबर में सार्वजनिक रूप से दिया गया भाषण देखें, जहां मुख्यमंत्री ने कहा है कि हम सीने में गोली मारेंगे। आप देखिए अतीक के मामले में क्या हुआ।

एएसजी केएम नटराज ने दलील का विरोध करते हुए कहा कि उनको पूरी सुरक्षा मुहैया कराना राज्य की जिम्मेदारी है। उप्र सरकार ने कहा कि बाहुबली मुख्तार अंसारी की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है और हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक उन्हें पर्याप्त सुरक्षा दी जा रही है।

इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि अतीक अहमद मामले में भी उप्र सरकार ने यही बयान और आश्वासन दिया था लेकिन उनकी हत्या कर दी गई। उसके बाद कोर्ट उप्र सरकार से कहा कि आपको लिखित जवाब दाखिल करना होगा और हमें आश्वस्त करना होगा कि उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा। हम नोटिस जारी कर रहे हैं।

याचिका में उमर अंसारी ने बांदा जेल में बंद अपने पिता की हत्या की आशंका जताई है। याचिका में कहा गया है कि वर्तमान सरकार उनके परिजनों को टारगेट कर रही है। उन्हें आशंका है कि मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में हत्या की जा सकती है। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता को पुख्ता सूचना मिली है कि मुख्तार अंसारी की हत्या की साजिश रची जा रही है। याचिका में मांग की गई है कि मुख्तार अंसारी को गैर भाजपा शासित किसी भी राज्य की जेल में ट्रांसफर किया जाए।

याचिका में कहा गया है कि मुख्तार अंसारी भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में आरोपित हैं। इस मामले के कुछ आरोपितों की हत्या की जा चुकी है और इस मामले के आरोपितों को बरी किया जा चुका है। इसके बावजूद वर्तमान सत्ता से जुड़े लोग उन्हें ही दोषी समझते हैं। उमर अंसारी ने आशंका जताई है कि ठेके के गुंडों को छोटे-छोटे मामले में बांदा जेल में बंद कराया जाएगा। इन गुंडों को बांदा जेल में हथियार दिए जाएंगे और सुरक्षा चूक का लाभ उठा कर मुख्तार अंसारी की हत्या की कोशिश की जा सकती है। उमर अंसारी ने अतीक अहमद की पुलिस हिरासत के दौरान मौत का जिक्र किया है।

संजय/ संजीव/दधिबल

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