महालक्ष्मी पर्व पर सौभाग्यवती महिलाओं ने घर-घर पूजे हाथी
बांदा (हि.स.)। बुंदेलखंड में महिलाओं ने घर-घर में मिट्टी के हाथी की पूजा की बुंदेलखंड में परंपरागत तरीके से मनाए जाने वाले महालक्ष्मी पर्व को महिलाओं ने श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया। इस दौरान हाथी पर सवार माता लक्ष्मी की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर सौभाग्यवती महिलाओं ने पूजा अर्चना की।
शास्त्रों में इस बात का उल्लेख है कि, महालक्ष्मी व्रत के दौरान द्वापर युग में महारानी कुंती ने अपने पुत्र अर्जुन के माध्यम से राजा इन्द्र के यहां से ऐरावत हाथी मंगवाकर लक्ष्मी का पूजन किया था। तब से लक्ष्मीव्रत के दौरान हाथी पूजन की परंपरा विद्यमान है।
मंगलवार को महिलाओं ने लक्ष्मी का व्रत रखते हुए नवाब टैंक और केन नदी के घाटों समेत विभिन्न तालाबों में पूजा के लिए महिलाओं की भीड़ रही। महिलाओं 128 बार तर्पण कर पूजा किया। पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराया। मिट्टी के हाथी पर सवार गज लक्ष्मी की विधि-विधान से दूब एवं गुम्मी ठर्रा खरपतवार से पूजन किया। इस मौके पर महिलाओं ने घर-घर में पुरोहितों से कथा का श्रवण कर ऐरावत का प्रतीक मिट्टी के हाथी का पूजन किया।