महाकाल का दर्शन करना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है…
राज्य डेस्क
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कोरोना वायरस महामारी के चलते उज्जैन का महाकाल मंदिर 79 दिन तक बंद रहा था। मंदिर को आठ जून को दोबारा खोला गया था। कोरोना मरीजों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए शनिवार को मंदिर प्रबंधन समिति ने दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर अहम निर्णय लिया है।
प्रबंधन समिति के अनुसार, अब केवल मध्यप्रदेश के निवासी ही बाबा महाकाल के दर्शन कर पाएंगे। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी। टोल फ्री और ऑनलाइन बुकिंग करने वाले भक्तों को भी इसकी सूचना दी जाएगी। मौजूदा हालातों को देखते हुए आगे का निर्णय लिया जाएगा। महाकाल मंदिर प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बताया कि उज्जैन में पिछले कुछ दिनों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में काफी कमी आई थी। कई बार तो संख्या शून्य तक पहुंची। लेकिन 10 से 12 दिनों में फिर से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। कोरोना पॉजिटिव मिलने वालों में से अधिकांश वे लोग हैं, जो बाहर से आए हैं या फिर बाहर से आने वालों के संपर्क में आए। प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश के बाहर के श्रद्धालुओं को अभी बाबा के दर्शन अनुमति नहीं होगी। जो ऑनलाइन बुकिंग करवा रहे हैं, उन्हें अब मैसेज मिलेगा कि आप यदि मध्यप्रदेश के बाहर के हैं तो अभी बुकिंग न करें। टोल फ्री नंबर पर कॉल आने पर भी उन्हें बताया जाएगा। बता दें कि अनलॉक-1 के तहत लॉकडाउन के 79 दिन बाद 8 जून को महाकाल मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खुला था। दर्शन के लिए एक दिन पहले अनुमति लेनी होती है। सुबह चार बजे होने वाली भस्मारती और दिन में होने वाली पूजन-आरती और रात की शयन आरती में श्रद्धालुओं को प्रवेश पर रोक है।