भैरवाष्टमी पर सजा बटुक भैरव दरबार, 24 घंटे दरबार में विविध कार्यक्रम

कालभैरव दरबार में भी जन्मोत्सव की तैयारी, भोर में पंचामृत स्नान, सिंदूर तेल आदि लेपन

वाराणसी (हि.स.)। काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी में शहर के कोतवाल बाबा कालभैरव के जन्मोत्सव (भैरवाष्टमी) की तैयारी रविवार को चलती रही। जन्मोत्सव के एक दिन पहले ही कमच्छा स्थित बटुक भैरव दरबार को भव्य रूप से सजाकर विग्रह का फूलों से श्रृंगार किया गया। 
  जन्मोत्सव पर बटुक भैरव दरबार में लगातार 24 घंटे कार्यक्रम चलता रहेगा। सोमवार को दरबार में दोपहर बाद भंडारा भी होगा। भैरवाष्टमी पर सोमवार तड़के बटुक भैरव का सुबह पांच बजे रुद्राभिषेक और महंत भास्कर पुरी की देख-रेख में बटुक मंगला आरती करेंगे। इसके बाद दर्शन पूजन शुरू होगा। पूर्वांह्न 10 बजे बाबा को विशेष स्नान कराकर भव्य झांकी सजाई जायेगी। रात आठ बजे 1008 बत्तियों की महाआरती कर पंचमकार भोग अर्पित किया जायेगा। 
उधर, कज्जाकपुरा स्थित अनादि कालेश्वर भगवान श्री कपाल भैरव, श्री लाट भैरव बाबा का भव्य अन्नकूट, भोग श्रृंगार होगा।  शाम 5:00 बजे संगीत में सुंदरकांड पाठ का कार्यक्रम वृहद् प्रसाद वितरण के साथ देर रात्रि बाबा की महाआरती की जाएगी। काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के विग्रह को भोर में पंचामृत स्नान, सिंदूर तेल आदि लेपन किया जोयगा। रजत मुखौटा, वस्त्र-आभूषण, मुंडमाल, दण्ड धारण कराया जायेगा। इसके बाद सुगंधित फूलों से श्रृंगार किया जायेगा। भोर में मंगला आरती बाद दर्शन-पूजन के लिए कपाट खोल दिया जायेगा। मध्याह्न भोग-श्रृंगार, रात 8.30 बजे श्रृंगार आरती और रात 12 बजे से प्राकट्य रूप दर्शन होगा। रात एक बजे पुन: श्रृंगार कर सवा लाख बत्तियों से महाआरती की जायेगी। 

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