भारत-फ्रांस के बीच रक्षा, अंतरिक्ष, उपग्रह प्रक्षेपण और विनिर्माण से जुड़े विषयों पर बनी सहमति

नई दिल्ली (हि.स.)। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, अंतरिक्ष, उपग्रह प्रक्षेपण, विनिर्माण और अन्य क्षेत्रों से संबंधित विषयों पर सहमति बनी है।

फ्रांस के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के संदर्भ में आयोजित विशेष पत्रकार वार्ता में विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने शुक्रवार को बताया कि भारत-फ्रांस रक्षा उत्पादन सहयोग पर रोडमैप, रक्षा अंतरिक्ष साझेदारी, उपग्रह प्रक्षेपण और टाटा द्वारा एयरबस एच125 और एच130 हेलीकॉप्टर का उत्पादन, स्वास्थ्य, सार्वजनिक प्रशासन और 2026 को भारत, फ्रांस नवाचार वर्ष के रूप में मनाए जाने जैसे मुद्दों पर सहमति बनी है।

विदेश सचिव ने बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आया है। प्रतिनिधिमंडल में विदेश, रक्षा और संस्कृति मंत्री शामिल हैं। इस समय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर अपने फ्रांसीसी समकक्ष स्टीफन सेजॉर्न से मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज राष्ट्रपति मैक्रों ने नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड देखी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शाम को राष्ट्रपति मैक्रों के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन किया है।

इससे पहले गुरुवार को जयपुर में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने राजस्थान की समृद्ध और जीवंत संस्कृति का अनुभव किया। उन्होंने अंबर किला, जंतर मंतर और हवा महल का भी दौरा किया। इसके बाद जयपुर में ही प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति के बीच रात्रिभोज पर सीमित बातचीत हुई।

रणनीतिक साझेदार के रूप में भारत और फ्रांस कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर उच्चस्तर की समानता साझा करते हैं। इस वर्ष भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। प्रधानमंत्री पिछले साल 14 जुलाई को पेरिस में आयोजित बैस्टिल डे परेड में सम्मानित अतिथि थे। राष्ट्रपति मैक्रों ने विगत 9-10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत का दौरा किया था।

अनूप

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