भारतीयता का अपमान करने वाले आम्बेडकर विरोधी : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि हम सब जानते हैं कि बाबा साहेब ने कहा था कि हम सबसे पहले और अंत में भारतीय हैं। आज कुछ लोग भारत को कोषते हैं, भारतीयता का अपमान करते हैं, जाति के नाम पर समाज में खाई को चौड़ा करने का काम करते हैं। भाइयों, यह लोग एक प्रकार से बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर का अपमान करते हैं। वह आम्बेडकर विरोधी हैं।
विधान सभा मार्ग स्थित आम्बेडकर महासभा परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि याद कीजिए बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर को भी लालच देने का प्रयास हुआ था लेकिन वह बिना डिगे, बिना थके, बिना रुके और बिना झुके, भारत माता की सेवा करते रहे।
दुनिया भर में जब भी दबे कुचले की बात आती है तो बाबा साहेब याद आते हैं। दबे कुचले लोग अपनी आवाज बुलंद करने के लिए बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर को याद करते हैं। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने आम्बेडकर के पंच तीर्थ को विकसित करने का काम किया है। समाज को उसकी आवश्यकता के अनुरूप हर गरीब, कमजोर के साथ सरकार खड़ी है। सरकार उसे संबल प्रदान करेगी। इसलिए सरकार ने उसे सहयोग देने का काम शुरू किया।
योगी ने कहा कि 2014 के पहले आवास सपना होता था। भला 20 हजार में कोई आवास बना सकता है। जो नहीं बनाता था उसके खिलाफ कार्रवाई हो जाती थी। आज देश में चार करोड़ से अधिक आवास नरेंद्र मोदी सरकार ने बनाकर दिए हैं। अब भी एक लक्ष्य है कि जो बचे हुए हैं, उन्हें घर उपलब्ध कराएंगे। 12 करोड़ शौचालय बने। मैला ढोने की कुप्रथा को समाप्त किया गया। यह कुप्रथा तो थी ही, दबे कुचले समाज को बीमारियों से बचने का भी कार्य हुआ है।
याद कीजिए हर गरीब को पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा का कवर दिया गया। पहले की सरकारी क्यों नहीं कर रही थी। दुर्भाग्य से अगर 2014 के पहले कोरोना आया होता तो हम सब बच पाते क्या ? पिछली सरकारों के पास कोई दृष्टि नहीं थी।
बाबा साहेब आंबेडकर के सपनों को सही मायने में लागू करने का काम नरेन्द्र मोदी सरकार में हुआ। 26 नवम्बर की तिथि को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। आज आंबेडकर को इन तिथियों पर याद करते हैं। योगी ने कहा कि जो लोग बाबा साहेब के बारे में लोगों को गुमराह कर रहे हैं, उनके बारे में बताने के लिए हमें गांव-गांव, घर-घर जाना होगा।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, आम्बेडकर महासभा के अध्यक्ष व एमएलसी लालजी प्रसाद निर्मल समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
दिलीप/मोहित