भाजपा नेता पशुपति नाथ राय और सपा नेता अनुरागी ने थामा कांग्रेस का हाथ

लखनऊ(हि.स.)। पूर्व विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता पशुपति नाथ राय तथा सपा नेता अनुरागी यादव ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। दोनों नेताओं के साथ सैकड़ों की संख्या में समर्थकों ने कांग्रेस की सदस्यता ली। कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर हुए सदस्यता ग्रहण समारोह में अजय राय ने इन सभी को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई और कहा कि आज सभी दलों से लोग कांग्रेस में आ रहे हैं। कांग्रेस का कुनबा बढ़ रहा है। निश्चय ही आने वाले दिनों में जनता का प्यार भी हम जितेंगे।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि जनता भाजपा के झूठ को समझ चुकी है। अब वह उसके झांसे में नहीं आने वाली है। यही कारण है कि लोग कांग्रेस की नीतियों पर भरोसा जताने लगे हैं। कांग्रेस में जो भी कहा जाता है, वह किया जाता है, जबकि भाजपा में जो कहा जाता है, वही नहीं किया जाता है। भाजपा कहती कुछ और है तथा करती कुछ और है। इस बात को हर व्यक्ति समझ चुका है।

इस अवसर पर पशुपति नाथ राय ने कहा कि हम दीन दयाल उपाध्याय के विचारों से प्रभावित होकर भाजपा में गये थे, लेकिन 2014 के बाद भाजपा बदल चुकी है। इस कारण वहां पुराने विचारधारा के नेताओं को घुटन महसूस होती है। इस घुटन के कारण ही हमने कांग्रेस का दामन थामा है और जो शेष जिंदगी बची है, वह कांग्रेस के साथ ही गुजरेगी। यह बता दें कि पशुनाथ राय के भाई सच्चिदानंद राय गाजीपुर में भाजपा के पुराने नेता रहे हैं, जबकि पशुपति नाथ राय एक बार बसपा ने विधायक थे। जब पशुपति राय ने बसपा से चुनाव लड़ा तो सच्चिदानंद राय ने भाजपा की सदस्यता यह कहते हुए छोड़ दी थी, कि भाई का साथ देने के कारण भाजपा में रहना ठीक नहीं है। इसके बाद पशुपति नाथ राय भी भाजपा में चले आये, लेकिन भाजपा से टिकट नहीं मिला।

अनुरागी यादव पहले बसपा में थे। वे बसपा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस से ही 2012 में विधायक थे, फिर वे सपा में चले गये थे। आज उन्होंने पुन: कांग्रेस ज्वाइन की है। उन्होंने कहा कि सपा में जाना मेरी गलती थी। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। अब कांग्रेस के साथ ही मेरे जीवन का अंत होगा।

उपेंद्र/पदुम नारायण

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