भाजपा जिला कार्यालय पर आयोजित आपातकाल गोष्ठी
स्वतंत्रता कालखंड से लेकर आज तक अगर देश के प्रति और संविधान के प्रति कोई कला अध्याय लिखा जाएगा तो वह 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक कांग्रेस पार्टी नेता सरकार में प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी के काले कारनामो के कृतियों के आधार पर संविधान को पंगु करके आपातकाल का वह दौर ही था/ उक्त बात भाजपा जिला कार्यालय पर आयोजित आपातकाल गोष्ठी के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री रमापति शास्त्री ने मुख्य अतिथि के नाते कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही/ उन्होंने कहा कि जो विपक्षी पार्टि आज भारतीय जनता पार्टी के ऊपर बेबुनियाद और काल्पनिक रूप से संविधान को समाप्त करने का मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं उन्हीं लोगों के कुल खानदान ने संविधान का गला घोटत हुए आपातकाल को लागू करके देश के करोड़ों करोड़ों लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन करके घोर यातनाओं को दिया गया था/ जिसमें 21 लोगों की मृत्यु जेल में ही हो गई थी/ उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं और प्रचारकों के साथ ही साथ जनसंघ के लाखों कार्यकर्ताओं को तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने घोर यातनाओ के साथ जेल में बंद कर अत्याचार किया था/संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता के के श्रीवास्तव एवं लोकतंत्र सेनानी जनार्दन तिवारी ने भी अपने विचार को व्यक्त किया/ इसके पूर्व मुख्य अतिथि के साथ मंच आसीन पदाधिकारी ने डॉक्टर मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्र पर दीप प्रज्वलन कर पुष्प अर्पित किया तदुपरांत जिला अध्यक्ष अमरकिशोर कश्यप ने मुख्य अतीत रमापति शास्त्री को अंग वस्त्र व पुष्प गुच्छ देकर अभिनंदन किया जबकि संचालन जिला मंत्री विनय शर्मा ने किया/ गोष्टी उपरांत मुख्य अतिथि व जिला अध्यक्ष ने उपस्थित कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारी को एक-एक पौधे देकर वृक्षारोपण करने की भी अपील किया/
मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष अनुपम प्रकाश मिश्र राजेश राय चंदानी दीपक अग्रवाल नीरज मौर्य राकेश तिवारी राजा बाबू गुप्त प्रदीप मिश्र दीपक गुप्ता अविनाश जयसवाल बीना राय प्रिंस चौरसिया अर्चना उपाध्याय अभिषेक त्रिपाठी श्याम सुंदर मौर्य विशाल अग्रवाल शिव यादव सत्यव्रत ओझा अरुण कुमार सिंह आदि सैकड़ो कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही