भाजपा उम्मीदवार जयप्रकाश निषाद राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित
लखनऊ(एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार जयप्रकाश निषाद सोमवार को राज्यसभा के उपचुनाव में निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए। उनके खिलाफ किसी और उम्मीदवार ने पर्चा नहीं भरा है। जयप्रकाश ने 13 अगस्त को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था और आज निर्विरोध निर्वाचित हुए।
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में आज नाम वापसी की अंतिम तिथि थी। चुंकि इस उपचुनाव में किसी और उम्मीदवार ने नामांकन नहीं किया था। ऐसे में नाम वापसी की औपचारिकता के बाद भाजपा उम्मीदवार जयप्रकाश को आज ही निर्विरोध निर्वाचन का प्रमाण पत्र सौंप दिया गया। अगर इस सीट पर कोई और उम्मीदवार होता तो उपचुनाव के लिए 24 अगस्त को मतदान होता।
राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने जाने के बाद निषाद का भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। जयप्रकाश निषाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत मंत्रि परिषद के अन्य सदस्यों और भाजपा के कई पदाधिकारियों की मौजूदगी में 13 अगस्त को दो सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। 13 अगस्त को ही उनके नामांकन पत्रों का जांच हुई थी।
नामांकन पत्र दाखिल करते समय श्री निषाद ने अपने शपथ पत्र में दावा किया था कि उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामले विचाराधीन नहीं हैं। शपथ पत्र के अनुसार भाजपा उम्मीदवार जय प्रकाश के पास इस समय एक लाख और पत्नी के पास 50 हजार की नगदी है। वहीं बैंक में पति पत्नी को मिलाकर करीब 80 हजार रुपये जमा हैं। उन्होंने अपने नाम छह लाख, पत्नी के नाम दस लाख और दो बच्चों के नाम दो-दो लाख की जीवन वीमा पालिसी भी ले रखी है।
वाहनों में जय प्रकाश के पास एक 24 लाख की मंहगी कार है, जिसपर बैंक का 20 लाख लोन है। पत्नी के पास भी करीब 18 लाख की मंहगी कार है। पति पत्नी को मिलाकर इनके पास करीब 350 ग्राम सोने के आभूषण हैं। उनके पास मुम्बई में एक आवासीय फ्लैट है, जिसकी वर्तमान में करीब एक करोड़ कीमत है। गोरखपुर में भी करीब 51 लाख की गैर कृषि जमीन है। वहीं पत्नी के पास कृषि योग्य 0.251 हेक्टेअर, गैर कृषि योग्य 1686 वर्ग मीटर और गोरखपुर के चैरी चैरा में एक 460.68 वर्ग मीटर का आवासीय भूखंड है। जय प्रकाश निषाद ने तीन विभिन्न बैंकों से 72,21,255 रुपये का लोन भी लिया है।
वरिष्ठ समाजवादी नेता बेनी प्रसाद वर्मा के निधन से रिक्त हुई सीट पर यह उप चुनाव हुआ। जयप्रकाश निषाद का कार्यकाल पांच मई 2022 तक रहेगा। भाजपा में आने से पहले निषाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से विधायक रह चुके हैं। करीब दो वर्ष पहले उन्होंने भाजपा का दामन थामा। वह पूर्वांचल के रहने वाले हैं। पार्टी में आने के बाद भाजपा ने उन्हें संगठन के काम में लगाया था।
निषाद पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य भी है। उन्हें मुख्यमंत्री योगी का काफी नजदीकी माना जाता है। योगी ने ही निषाद को भाजपा में शामिल कराया था। राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि निषाद को राज्यसभा भेजकर पार्टी पूर्वांचल में अति पिछड़े वर्ग पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।