बॉलीवुड में फ्लॉप, बांग्लादेश में सुपरस्टार हैं चंकी पांडे
फिल्म अभिनेता चंकी पांडे का जन्म 26 सितंबर, 1962 को मुंबई में हुआ था। चंकी का असली नाम सुयश पांडे है। चंकी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1987 में रिलीज फिल्म ‘आग ही आग’ से की। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही ,लेकिन हिंदी सिनेमा में उन्हें 1987 की फिल्म ‘तेजाब’ से पहचान मिली। इस फिल्म में वह सपोर्टिंग एक्टर की भूमिका में थे। 1988 में चंकी ने भावना पांडे से शादी की। उनकी दो बेटियां हैं।
चंकी ने बॉलीवुड में मुख्य भूमिका वाली फिल्में भी की हैं। इनमें ‘पाप की दुनिया’,’घर का चिराग’,जहरीले, ‘खतरों के खिलाड़ी’,’आंखे ‘ आदि शामिल हैं। बावजूद इसके चंकी का बॉलीवुड में लीड एक्टर की भूमिका में लंबा सफर नहीं चल पाया। इस वजह से 90 के दशक में चंकी ने बांग्लादेश की फिल्म इंडस्ट्री का रुख किया। वहां चंकी ने ‘स्वामी केनो असामी’, ‘बेश कोरेची प्रेम कोरेची’, ‘मेयेरा ए मानुष’ जैसी सुपरहिट फिल्में दीं।
यहां चंकी को वह पहचान मिली जो वह बॉलीवुड में चाहते थे। बांग्लादेश में उनकी गिनती सुपरस्टार के तौर पर होती है। बांग्लादेशी फिल्मों में मजबूत पहचान बना चुके चंकी ने अपनी पत्नी के कहने पर 2003 में वापस बॉलीवुड का रुख किया। सब कुछ नए सिरे से शुरू करना आसान नहीं था,लेकिन चंकी ने हार नहीं मानी। साल 2003 में चंकी ने ‘कयामत : सिटी अंडर थ्रैट’ और ‘एलान’ जैसी फिल्मों से बॉलीवुड में वापसी की। चंकी ने अपने फिल्मी करियर में 80 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उनकी कॉमेडी फिल्मों में ‘अपना सपना मनी-मनी, हमशक्ल, हॉउसफुल, तीस मार खां, बेगम जान आदि शामिल हैं। चंकी अब भी बॉलीवुड में सक्रिय हैं और साथ ही वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं। उनकी फैन फॉलोइंग लाखों में है।
सुरभि सिन्हा/मुकुंद