बीएचयू अस्पताल में एक साल के बच्चे की पहली सफल एंडोस्कोपिक सर्जरी
वाराणसी (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में 01 साल के मासूम बच्चे के द्विपक्षीय गुर्दे की पथरी की पहली सफल एंडोस्कोपिक सर्जरी की गई। बच्चे में द्विपक्षीय गुर्दे की पथरी (बायीं ओर-1.6 सेमी, दाईं ओर-मल्टीपल- 1.6 सेमी, 1 सेमी, 9.5 मिमी) होने का पता चला था।
प्रयागराज जनपद के मेजा कुंवर पट्टी गांव के निवासी पंकज मिश्रा ने अपने एक साल के बेटे को डॉ. ललित कुमार अग्रवाल के अधीन यूरोलॉजी वार्ड में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में जांच के बाद, बाईं ओर का मिनी-पीसीएनएल 04 अक्टूबर को पूरा हो गया। चिकित्सकों ने थ्यूलियम फाइबर लेजर की मदद से बच्चे के पेट में स्थित पथरी को पूरी तरह से साफ कर दिया। प्रो. डॉ ललित ने बताया कि सर्जरी सफल रही और 03 दिन बाद 07 अक्टूबर को बच्चे को स्थिर स्थिति में छुट्टी दे दी गई। सर्जरी के बाद बच्चे के माता-पिता काफी खुश हैं। क्योंकि कई अस्पतालों ने इतने छोटे बच्चे की गुर्दे की पथरी की इस जटिल सर्जरी से इनकार कर दिया था। डॉ.ललित ने बताया कि यह सर्जरी पूर्वांचल में पहली बार 01 वर्ष के इतने छोटे बच्चे की एंडोस्कोपिक विधि से न्यूनतम 10,000 रुपये से भी कम लागत पर की गई है।
सर्जिकल टीम में डॉ. ललित कुमार अग्रवाल (यूरोलॉजिस्ट), डॉ. बद्री दास सलाहकार एनेस्थीसिया, डॉ. श्रीधर, डॉ. नितिन, जितेंद्र और श्रवण (नर्सिंग अधिकारी), विवेक कुमार तिवारी और संजीव कुमार (ओटी तकनीशियन) शामिल रहे। आपरेशन में प्रोफेसर समीर त्रिवेदी का मार्गदर्शन और डॉ. यशस्वी और डॉ. उज्ज्वल का सहयोग भी रहा। डॉ. ललित ने बताया कि दाहिनी ओर के गुर्दे की पथरी के लिए अगली सर्जरी एक महीने के बाद करने की योजना है।
श्रीधर/दिलीप