बिकरु कांड : पुलिस मुठभेड़ में मारे गये विकास दुबे ने महिला की जमीन पर किया था कब्जा

— पीड़ित महिला ने कोतवाली थाने में तहरीर देकर लगायी न्याय की गुहार

कानपुर (हि.स.)। बिकरु कांड के बाद घटना का मुख्य अभियुक्त हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे भले ही पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है, लेकिन उसके अपराधिक कारनामे दिन-प्रतिदिन सामने अभी भी आ रहे हैं। रविवार को जनपद के स्वरूप नगर थाना क्षेत्र स्थित मकान में फर्जी बैनामा के जरिए हुए कब्जे को लेकर पीड़ित ने कोतवाली थाना पहुंचकर शिकायत की। मामले में मामले में लिखित शिकायत देते हुए पुलिस से मकान का कब्जा वापस कराए जाने की मांग की।
रविवार को न्यू आजाद नगर विष्णु निवासी मधु राजपूत कोतवाली थाने पहुंची और थाना प्रभारी कोतवाली से मिलकर बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे द्वारा स्वरूप नगर थाना क्षेत्र स्थित एक जमीन पर फर्जीजी तरीके से बैनामा कर कब्जा किए जाने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि स्वरूप नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्वरूप नगर में स्थित कानपुर विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के पास 900 गज का एक भूभाग है। लगभग 900 गज वाले भूभाग में उनका 230 वर्ग गज जगह आज भी उनके कब्जे में है। महिला ने बताया कि उनके पिता शत्रुघ्न लाल राजपूत की संपत्ति है। जिस पर 2007 में एक फर्जी बैनामा के जरिए विकास दुबे ने 230 वर्ग गज प्लॉट पर अपना दावा जता जताते हुए कब्जा करने की कोशिश की थी। उसने स्वरूप नगर के रहने वाले महेश दीक्षित के पत्नी विजयलक्ष्मी के साथ फर्जी दस्तावेज बनाकर साइन कराएं और बैनामा कराया जो पूरी तरह से गलत है। हालांकि इस बीच उसने भूभाग के 900 गज के कुछ हिस्से में बनी दुकानें किराए पर उठा दी है। फर्जी दस्तावेज व कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाई। संजीव कांत मिश्रा ने बताया कि जांच कर पूरी कार्रवाई की जाएगी।

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