बिकरु कांड : पुलिस ने बरामद किया खजांची जय बाजपेयी के कार की फर्जी नंबर प्लेटें

— पुलिस रिमांड में जय बाजपेयी ने दी फर्जी नंबर प्लेटों की जानकारी
— बिकरु कांड के बाद पुलिस ने पकड़ी थी जय की दो कारें, दोनों पर था फर्जी नंबर
कानपुर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर में दो जुलाई की रात्रि हुए बिकरु कांड के आरोपियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस ने मुठभेड़ में मारे गये मुख्य आरोपी विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी को रिमांड पर लिया और घटना के बाद पकड़ी गयी कारों के विषय में जानकारी जुटाई। दोनों कारें जय बाजपेयी की थी पर उनमें नंबर फर्जी था और सचिवालय का पास लगा था। पुलिस ने जय बाजपेयी की निशानदेही पर अन्य फर्जी नंबर प्लेटें भी बरामद कर ली। वहीं आठ घंटे का समय पूरा होने के बाद काकादेव पुलिस ने मेडिकल करवाते हुए जय बाजपेई को कड़ी सुरक्षा के बीच माती जेल वापस भेज दिया है।

बिकरु कांड में चल रही जांच के दौरान अपराधी विकास दुबे का खजांची जय बाजपेई को पुलिस ने हिरासत में लेकर बिकरु कांड को लेकर कड़ी पूछताछ करते हुए जेल भेज दिया था। लेकिन इसी दौरान कुछ कार पुलिस को बरामद हुई थी। जिसमें सचिवालय का पास लगा हुआ था। जब पुलिस ने सचिवालय के पास की जांच पड़ताल करी तो वह फर्जी निकला था जिसके बाद पुलिस ने जय बाजपेई के ऊपर धोखाधड़ी, फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था। जिसको लेकर काकादेव पुलिस ने सीएमएम कोर्ट में दर्ज मुकदमे में जानकारी व साक्ष्य एकत्र करने के लिए रिमांड की मांग करी थी जिस पर विचार करते हुए कोर्ट ने काकादेव पुलिस को आठ घंटे की रिमांड की मंजूरी दे दी थी। कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद काकादेव पुलिस ने हैलेट अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद जय बाजपेई से कड़ी पूछताछ की पूछताछ के दौरान जय ने तीनों कारों की फर्जी प्लेटों के बारे में पुलिस को जानकारी दी। जय के जानकारी देने के बाद पुलिस ने विजयनगर में झाड़ी छिपी 10 फर्जी प्लेटों को बरामद कर लिए हैं। और वही रिमांड की समय सीमा पूरी होने के बाद काकादेव पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में जय बाजपेई को माती जेल भेज दिया गया।
थाना प्रभारी का कहना
थाना प्रभारी काकादेव ने बताया कि कोर्ट से जय बाजपेई से पूछताछ के लिए आठ घंटे की रिमांड की अनुमति मिली थी। रिमांड में पूछताछ के दौरान जय के द्वारा बताए गए विजयनगर स्थित ग्रीनबेल्ट में छिपाकर रखी गई 10 फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद हो गई है।

error: Content is protected !!