बसपा से निलम्बित विधायक रामवीर उपाध्याय के ‘चिराग’ भाजपा में शामिल

लखनऊ (हि.स.)। बहुजन समाज पार्टी से निलम्बित विधायक व पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के बेटे चिराग उपाध्याय गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए। चिराग का पहले से ही भाजपा में शामिल होना तय माना जा रहा था, वह स्वयं भी इस बारे में बता चुके थे।

भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने चिराग उपाधयाय को पार्टी में शामिल कराया। प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने चिराग को लखनऊ में पार्टी की सदस्यता दिलाई। इनके साथ ही पूर्व विधायक अरुण मल्होत्रा तथा पूर्व पुलिस उपमहानिरीक्षक कृपाशंकर सिंह भी भाजपा में शामिल हो गए। 
चिराग उपाध्याय इससे पहले अगस्त में भाजपा में शामिल होने के लिए आगरा के जयपुर हाउस में ब्रज क्षेत्र कार्यालय पहुंचे थे। हालांकि तब वह बगैर पार्टी की सदस्यता लिए वहां से चले गए थे। इसके बाद उन्होंने जल्द भाजपा में शामिल होने की बात कही थी। माना जा रहा था कि वह राजधानी में पार्टी की सदस्यता लेंगे। इससे पहले उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से काफी प्रभावित हैं। राम के भक्त हैं। अब राम मंदिर बनने जा रहा है। देश में और भी बहुत अच्छे काम हो रहे हैं। वह भाजपा की विचारधारा से प्रभावित हैं। अब इस विचारधारा से जुड़कर देश की सेवा करना चाहते हैं। इसलिए जल्द भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
वहीं उनके पिता रामवीर उपाध्याय ने भी विगत 23 अगस्त को राजधानी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके निवास पर मुलाकात की थी। इसके बाद से ही सियासी चर्चाएं तेज हो गईं थी। हालांकि अपनी मुलाकात पर रामवीर उपाध्याय ने कहा था कि वह अपने क्षेत्र के विकास को लेकर मुख्यमंत्री से मिले थे। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सदन में भगवान परशुराम के बारे में दिए वक्तव्य को शानदार बताते हुए इस पर उन्हें धन्यवाद देने की बात कही। इसके बाद से ही तय माना जा रहा था कि उनके बेटे चिराग भाजपा की सदस्यता लेंगे। 
भाजपा से कई मौकों पर निकटता जाहिर होने के बावजूद रामवीर उपाध्याय स्वयं अभी भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं। ऐसा करने पर उनकी विधानसभा सदस्यता पर भी खतरा मंडरा जाएगा। इसीलिए काफी पहले निलम्बित होने और भाजपा से नजदीकियां जगजाहिर होने के बाद भी उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण नहीं की। उनके भाई मुकुल उपाध्याय व विनोद उपाध्याय जरूर भाजपा का झंडा थाम चुके हैं। माना जा रहा है कि चिराग को भाजपा में शामिल कराकर अब रामवीर बेटे का सियासी भविष्य बनाने की तैयारी में हैं।
रामवीर उपाध्याय को पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के बाद प्रमुख ब्राह्मण चेहरा माना जाता है। 2017 में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही माना जा रहा था कि वह बसपा का साथ छोड़ सकते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान भी वे चर्चाओं में रहे, कभी उन्होंने भाजपा के समर्थन में अपील की तो कभी भाजपा उम्मीदवार एसपी सिंह को गले लगा लिया। इसी को लेकर लोकसभा के नतीजों से पहले ही मायावती ने उन्हें पार्टी से निलम्बित कर दिया था। वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मायावती उत्तर प्रदेश की सियासत में ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए परशुराम प्रतिमा लगाने जैसे बयान दे चुकी हैं। इसके साथ उन्होंने कई मौकों पर भाजपा को ब्राह्मण विरोधी करार देने की कोशिश की। ऐसे में भाजपा ने चिरागवीर के जरिए बसपा की ब्राह्मण सियासत की धार कुंद करने की भी कोशिश की है।

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