बलरामपुर :धूमधाम से जश्ने मेराज ए मुस्तफा कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम का आयोजन किया गया
रोहित कुमार गुप्ता
बलरामपुर। बुधवार शाम उतरौला के ग्राम लालगंज में बड़े धूमधाम से जश्ने मेराज ए मुस्तफा कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सदारत मौलाना अब्दुल कय्यूम बस्तवी,सरपरस्ती मौलाना अता मोहम्मद सिद्दीकी तथा निजामत मौलाना मोइन अख्तर ने किया।
आयोजक ग्राम प्रधान मोहम्मद आलम दस्तगीर व एसआर ग्रुप के चेयरमैन करीम अहमद ने कार्यक्रम में आए हुए सभी मेहमानों का गर्मजोशी से इस्तकबाल किया। कार्यक्रम से पूर्व आयोजित लंगर में भारी संख्या में अकीदतमंदों ने लंगर खाया। कुरान ए पाक की तिलावत कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
मौलाना निजाम मोईन अख्तर ने नबी ए करीम मुहम्मद सल्ललाहो अलैहि वसल्लम की अजमत पर चर्चा करते हुए कहा कि अगर अल्लाह को नबी को न पैदा करता तो आलमे दुनिया व इंसान को न बनाता। पूरी कायनात नबी के सदके में बनाया गया है।
मौलाना कलीम अहमद चंदापुरी ने कहा कि
अल्लाह तआला ने हमारे नबी को मेराज अता फ़रमाई यानी अर्श पर बुलवाया, जन्नत, दोज़ख़ अर्श व कुर्सी वग़ैरह की सैर करवाई, अपना दीदार आँखों से दिखाया, अपना कलाम सुनाया, ये सब कुछ रात के थोड़े से वक्त में हुआ। कब्र में हर एक से आपके बारे में सवाल किया जाता है। क़यामत के दिन हश्र के मैदान में सबसे पहले आप ही शफ़ाअत करेंगे।
सारी मखलूक़ खुदा की रज़ा चाहती है और ख़ुदा हमारे प्यारे नबी की रज़ा चाहता है और आप पर दुरुदों सलाम भेजता है। अल्लाह तआला ने अपने नाम के साथ आपका नाम रखा, कलमा, अज़ान, नमाज़, क़ुरान में, बल्कि हर जगह अल्लाह तआला के नाम के साथ प्यारे नबी सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम का नाम है। नात ख्वान
रहीम रज़ा, जिया यजदानी, महमूद रज़ा की नात सुनकर पूरा मजमा झूम उठा। नारे तकबीर अल्लाहू अकबर नारे रिसालत या रसूलल्लाह का नारा बुलंद होता रहा। सलातो सलाम के बाद मुल्क में अमनो अमान, शांति व भाईचारा कायम रहने की दुआ के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया।