बरेली के जालसाज ने मुरादाबाद के युवकों को 6 लाख में थमा दी थीं डी फार्मा की फर्जी डिग्रियां
– मुरादाबाद के थाना मझोला पुलिस द्वारा मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विवि में जांच पड़ताल के बाद हुआ खुलासा
– विश्वविद्यालय के गोपनीय विभाग ने डिग्रियों के फर्जी होने की पुष्टि की
मुरादाबाद (हि.स.)। बरेली के जालसाज ने मुरादाबाद के युवकों को डी फार्मा की फर्जी डिग्रियां थमाई थीं। मुरादाबाद के थाना मझोला पुलिस ने मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विवि में जांच-पड़ताल की। विश्वविद्यालय के गोपनीय विभाग ने सभी डिग्री फर्जी होने की पुष्टि की है।
जिले के मझोला थाना क्षेत्र के नया गांव आंबेडकर नगर निवासी अजय कुमार ने 20 जनवरी को मझोला थाने में केस दर्ज कराया था। इसमें अजय ने बताया कि उनका गांगन तिराहे पर श्री सांई हेल्थ केयर के नाम से क्लीनिक है। उसने एसकेएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंन का विज्ञापन देखा। विज्ञापन पर लिखे मोबाइल नंबर पर संपर्क कर डी-फार्मा नर्सिंग कोर्स कराने की बात की गई थी छह लाख रुपये में 11 बच्चों के एडमिशन कराए और ऑनलाइन 4 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए। शेष 1,50,000 रुपये देने पर जितेंद्र पाल सिंह निवासी रामनगर कालोनी नंबर-एक इज्जत नगर बरेली ने बिना परीक्षा दिए मार्कशीट थमा दी। आरोपित रकम लेने अजय के घर आया था। केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने मामले की जांच की।
गुरुवार को पुलिस मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्व विद्यालय में गोपनीय विभाग में संपर्क किया। इनमें से आठ विद्यार्थियों को केएमसी नर्सिंग कॉलेज मेरठ और एक को नाइटिंगल नर्सिंग स्कूल नोएडा का दर्शाया गया है। गोपनीय विभाग ने बताया कि जहांगीर आलम, भगवानदास, ओमवीर सिंह, प्रमोद सैनी, शबनम परवीन, अजय सिंह, सत्यपाल, कुलदीप कुमार, राजीव कुमार की डो- फार्मा की डिग्री फर्जी हैं।
शुक्रवार को सिविल लाइन सर्किल के क्षेत्राधिकारी अर्पित कपूर ने बताया कि मामले में आज मझोला थाने में केस दर्ज किया गया था। इस मामले में जांच की जा रही है।
निमित जायसवाल/सियाराम