बरसाना के श्रीजी मंदिर में 17 मार्च को लड्डू होली के साथ ब्रज रंगोत्सव की होगी शुरुआत
लखनऊ (हि.स.)। मथुरा की लट्ठमार होली पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। बरसाना के श्रीजी मंदिर में 17 मार्च को लड्डू होली के साथ ब्रज रंगोत्सव की शुरुआत होगी। अगले दिन 18 मार्च को बरसाना और 19 मार्च को नंदगांव के नंद भवन में लट्ठमार होली खेली जाएगी। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। वह शुक्रवार को पर्यटन भवन, गोमती नगर में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
संस्कृति मंत्री ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली के रूप में विश्व विख्यात मथुरा न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि समूचे देश का महत्वपूर्ण धार्मिक पर्यटन स्थल हैं। यहां बड़ी संख्या में देश-दुनिया से पर्यटक आते हैं। वर्ष 2023 में करीब आठ करोड़ लोगों ने भ्रमण किया। इस वर्ष उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने रंगोत्सव-2024 को भव्य एवं पारम्परिक ढंग से आयोजित करने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की है। इस आयोजन में विभिन्न विभागों का भी सहयोग लिया जा रहा है। इस रंगोत्सव को देखने के लिए पूरी दुनिया से श्रद्धालु एवं पर्यटक मथुरा आते हैं। राज्य सरकार ने आस्था के साथ परम्पराओं को भी सम्मान देते हुए इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिए हैं।
जयवीर सिंह ने कहा कि इस रंगोत्सव को करीब से देखने एवं इससे जुड़ने के लिए लाखों की संख्या में पर्यटक एवं श्रद्धालु आते हैं। इस आयोजन से जहां एक ओर आराध्य की लीलाओं का गुणगान होता है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण अंचलों में प्रेम सौहार्द्र, भाईचारा की भावना बलवती होती है। मथुरा, गोकुल, वृन्दावन, बरसाना, नन्द गांव आदि पवित्र स्थलों पर श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए राज्य सरकार द्वारा सुनियोजित विकास किया जा रहा है। इसके लिए उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन भी किया गया है। राधा-कृष्ण से जुड़ी हुई परम्पराओं को जीवंत रूप देने के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद कार्य कर रही है।
जयवीर सिंह ने बताया कि मथुरा में हेलीपोर्ट सेवा शुरू की गई है। इसके अलावा गोकुल से वृन्दावन तक यमुना में क्रूज संचालन के लिए सैद्धांतिक सहमति बन गई है। शीघ्र ही क्रूज का संचालन करा दिया जायेगा।
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि 17 मार्च से यह उत्सव शुरू होकर 01 अप्रैल को श्री रंगजी मंदिर वृन्दावन में होली खेलने के साथ समापन होगा। उन्होंने कहा कि वैसे ब्रज में होली का उत्सव 40 दिन तक चलता रहता है। इस अवसर पर विभागीय अधिकारी डॉ. कल्याण सिंह के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।
बृजनन्दन/सियाराम