फिल्म सिटी को लेकर योगी को मिला बॉलीवुड का समर्थन, सहयोग देने का आतुर
लखनऊ (हि.स.)। प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक में बॉलीवुड के चर्चित निर्माता-निर्देशकों ने इस फैसले को जमकर सराहा। सभी ने इस प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि ‘योगी है तो यकीन है।’
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में फिल्म सिटी की स्थापना के सम्बन्ध में दो घंटे तक इस बैठक में फिल्म उद्योग से जुड़े निर्माता, निर्देशक, गीतकार, गायक, प्रोड्यूसर एवं अन्य कलाकारों से उनकी राय जानी। मुख्यमंत्री ने यमुना एक्सप्रेस-वे में 1000 एकड़ से अधिक भूमि देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि हम बहुत शीघ्र ही यमुना एक्सप्रेस वे पर आधुनिक तकनीक से युक्त फिल्म सिटी का निर्माण करेंगे। यह एक माडर्न इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा।
फिल्म सिटी यूपी में होगी लेकिन पूरी दुनिया इसे अपना मानेगी: अनुपम खेरइस दौरान बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि आज का मौका उत्सव का है। योगी जी की क्षमता पर सभी को भरोसा है। यूपी की फिल्म सिटी यूपी में तो होगी लेकिन पूरी दुनिया इसे अपना मानेगी। यह ताजमहल की तरह ही दुनिया भर को आकर्षित करने वाली हो। इसकी स्थापना की पहली बैठक में आमंत्रित कर योगी जी ने हमें इतिहास में दर्ज कर दिया। योगी जी के इस सपने को साकार करने में अगर मैं भी भागीदार हो सका तो यह मेरा सौभाग्य होगा।
फिल्म पटकथा लेखन को लेकर भी हो प्रयास: परेश रावलवहीं एनएसडी के चेयरमैन और चर्चित कलाकार परेश रावल ने कहा कि बहुत स्वागतयोग्य कदम है। योगी जी यह स्वप्न पूरा भी करेंगे, मुझे विश्वास है। फिल्म पटकथा लेखन को लेकर योगी जी कोई प्रयास करें तो बहुत सहायता मिलेगी। यह रीजनल सिनेमा को भी पुनर्जीवन देने वाला आयाम सिद्ध होगा।
फिल्म जगत को नया विकल्प देने की दिशा में कोशिश: राजू श्रीवास्तवउत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव ने कहा कि मुझे हर्ष है कि योगी जी ने फिल्म जगत को नया विकल्प देने की दिशा में कोशिश की है। यह छोटे-छोटे शहरों की अद्भुत प्रतिभाओं के हौसलों, सपनों को पंख देने वाला होगा। मैं हर समय, पूरी क्षमता के साथ सेवा के लिए प्रस्तुत रहूंगा। योगी जी को आभार, अभिनन्दन।
70 फीसदी टेक्नीशियन उत्तर प्रदेश के: मनोज जोशीअभिनेता मनोज जोशी ने कहा कि अद्भुत और अनुपम प्रयास है। यह फिल्म सिटी पंजाबी, बंगाली, हिंदी, सहित 12 भारतीय भाषाओं के फिल्मोद्योग का महाद्वार होगी। इसे इको-फ्रेंडली बनाने की कोशिश हो। आज ओटीटी प्लेटफार्म पर हिंदी पट्टी की कहानियां छायी हुई हैं। आज 70 फीसदी टेक्नीशियन उत्तर प्रदेश के हैं। रंग कर्म में यूपी अत्यंत समृद्ध है। इन सभी को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने में यह नवीन फिल्म सिटी अत्यंत उपयोगी हो सकती है। यह प्रदेश के औद्योगिक, पर्यटन विकास को नई दिशा प्रदान करने वाली होगी।
पूरी दुनिया के फिल्म सिटी अध्ययन जरूरी: अनूप जलोटाप्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा ने कहा कि बहुत अभिनन्दनीय प्रयास है। इसके लिए पूरी दुनिया के फिल्म सिटीज का अध्ययन किया जाना चाहिए। उनकी खूबियों, कमियों को समझना चाहिए। आवश्यकताओं के लिहाज से सुविधाएं दी जाएं। यह दुनिया के लिए महत्वपूर्ण प्रयास है। मेरी शुभकामनाएं।
योगी जी आदेश करें, हम धावक हैं दौड़ पड़ेंगे: कैलाश खेरप्रसिद्ध गायक कैलाश खेर बोले कि आज जब योगी स्वयं नेतृत्व कर रहे हैं, तो कोई भी कार्य असाध्य नहीं है। दुनिया में फिल्म सिटी के नाम पर लाखों किले खड़े हैं, लोगों ने 70 साल में क्या हाल कर दिया कि घिन आती है, शर्म आती है। उत्तर प्रदेश देवताओं की पुण्य भूमि है। दुनिया को राह दिखाने वाली है। योगी जी की यह दुनिया भारतीय संस्कृति को पोषित करने वाली हो। कला साधकों को सम्मान मिले। ऐसा जरूर होगा, यह मेरा विश्वास है। बाकी योगी जी आदेश करें, हम धावक हैं दौड़ पड़ेंगे।
यूपी की संस्कृति ने भारतीय फिल्मों को शुरू से ही किया प्रभावित: सतीश कौशिकनिर्माता-निर्देशक सतीश कौशिक ने कहा कि यूपी शूटिंग फ्रेंडली जगह रही है। यहां मैंने बहुत काम किया है। आज का दिन पूरी दुनिया के कला क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है। योगी जी फिल्म जगत को एक नवीन विकल्प दे रहे हैं। आज जो प्रेजेंटेशन दिखाया गया, वह हमें एक बेहतर भविष्य की छवि दिखा गया। आपने हम कलाकारों को एक नया आधार दिया है। यूपी की संस्कृति ने भारतीय फिल्मों को शुरू से ही प्रभावित किया है, अब यहां की फिल्म सिटी पूरी दुनिया को प्रभावित करेगी। मेरी बहुत शुभकामनाएं, योगी जी को बहुत धन्यवाद।
योगी जी के बड़े सपने को साकार करने में योगदान पर धन्य समझूंगा: उदित नारायणगायक उदित नारायण ने कहा कि योगी जी ने बहुत कम समय में बहुत खूबसूरत काम किया है। ऐसे में फिल्म सिटी की घोषणा से हम सभी का उत्साहित होना लाजिमी है। मैं 40 साल फिल्म जगत का हिस्सा रहा हूं। योगी जी के इस बड़े सपने को साकार करने में अगर मैं भी कुछ योगदान कर सका तो जीवन को धन्य समझूंगा।
हमारी भाषा के पास अपना सिनेमा तो था लेकिन, जमीन नहीं : मनोज मुंतशिरगीतकार मनोज मुंतशिर ने कहा कि मुख्यमंत्री की इस घोषणा ने युवाओं के 10 साल के संघर्ष का समय कम कर दिया है। मैं स्वयं अमेठी से हूं। इसलिए उत्तर प्रदेश को अच्छी तरह से समझता हूं। हमारी भाषा के पास अपना सिनेमा तो था। लेकिन, उस सिनेमा के पास अपनी जमीन नहीं थी। 75 साल से किसी ने इसके बारे में नहीं सोचा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में सोचा और तत्काल कदम उठाया इसके लिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाषा तो पूरे देश में फैल गई। लेकिन, हमारी कहानियां यहीं रह गईं। क्योंकि उत्तर प्रदेश की खुद की कोई इंडस्ट्री नहीं है। हमने आल्हा उदल, मदन मोहन मालवीय जैसे कितने महानायकों के बारे में पढ़ा है। लेकिन, पर्दे पर इनकी कहानियां नजर नहीं आई। देश के साथ पूरी दुनिया के लोग इससे प्रेरणा लेतें। इसलिए ऐसी कहानियों को आगे बढ़ाने के लिए खास ध्यान देना होगा। इस संबंध में एक खास विभाग हो, जो इस तरह की कहानियों को प्रोत्साहित करें। मनोज मुंतशिर ने कहा कि एक अहम जरूरत यह भी है कि हमारे यहां का टैलेंट अभिनय सीखने के लिए पुणे सहित कई अन्य जगह पर जाता है। फिर उसके बाद वापस आकर संघर्ष करता है। फिल्म इंडस्ट्री की नींव रखी के साथ इस बात पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि यहां पर एक फिल्म इंस्टीट्यूट की भी स्थापना की जाए, जिससे प्रदेश के युवा यहीं पर अपनी अभिनय क्षमता को निखार सके। इसके साथ एक अन्य जरूरी बात यह भी है कि काफी स्टूडियो होने के बावजूद कहीं प्लेबैक सिंगिंग सिखाने पर ध्यान नहीं दिया जाता। इसलिए म्यूजिकल अकैडमी भी फिल्म सिटी में बनाई जाए, जिससे युवा प्लेबैक सिंगिंग सीख सकें।
आर्टिस्ट, टेक्नीशियन की ट्रेनिंग की भी हो व्यवस्था : ओम राउतफिल्म निर्माता ओम राउत ने कहा कि बहुत शानदार विजन है। हम इस फिल्म सिटी में आर्टिस्ट, टेक्नीशियन आदि की ट्रेनिंग की व्यवस्था भी कर सकें, तो बेहतर होगा। यूपी में अब भी फिल्मों का प्रसार बहुत कम है। थियेटर कम हैं। यहां विकास की बहुत संभावना है। यूपी की यह फिल्म सिटी नई प्रतिभाओं को मंच देने वाली होगी।
कंधे से कंधा मिलाकर सपने को पूरा करने को तैयार: अशोक पंडितअशोक पंडित ने कहा कि इस तरह बैठक में फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को शामिल करना बेहद अहम है। फिल्म इंडस्ट्री के लोग इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि फिल्म सिटी में किस तरह की आवश्यकता है, कैसा इंफ्रास्ट्रक्चर चाहिए। इसलिए इस बैठक में इंडस्ट्री के लोगों को शामिल करने का बहुत लाभ मिलेगा। सभी लोग अपनी राय दे रहे हैं। यकीनन उत्तर प्रदेश की फिल्म सिटी पूरी 100 प्रतिशत सफल होगी। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। ना केवल हिंदी बल्कि बांग्ला, भोजपुरी, मराठी सहित अन्य क्षेत्रीय भाषाओं से जुड़े इंडस्ट्री को लेकर भी यहां काम किया जा सकेगा। उन्होंने काह कि हम प्रदेश सरकार की इस पहल का स्वागत करते हैं और मैं फिल्म इंडस्ट्री के लोगों की ओर से विश्वास दिलाता हूं कि हम कंधे से कंधा मिलाकर इस काम में सरकार का साथ देंगे।
पारिवारिक समस्याओं के कारण बाहर नहीं निकल पाते कई लोग: विवेक अग्निहोत्रीविवेक अग्निहोत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग कुछ करने के लिए यहां से बाहर जाते हैं और भीड़ में खो जाते हैं। वहीं कई लोगों को मैं टैलेंट तो बहुत होता है लेकिन पारिवारिक और अन्य समस्याओं के कारण वह बाहर नहीं निकल सकते। ऐसे में इस तरह की नई पहल बेहद प्रभावी साबित होगी और उत्तर प्रदेश के टैलेंट को भी कुछ कर दिखाने का मौका मिलेगा।
अंतरराष्ट्रीय फिल्म जगत को भी आकर्षित करेगी फिल्म सिटी: नितिन देसाईनिर्माता-निर्देशक नितिन देसाई ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव बेहद सराहनीय है। जो प्रेजेंटेशन आज देखा गया है, उसमें कई चीजों का ध्यान रखा गया है। इससे स्थानीय इंडस्ट्री को लाभ मिलेगा। राजस्थान, हरियाणा, बिहार सहित अन्य राज्यों को भी इसकी वजह से लाभ मिलेगा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय फिल्मों का भी निर्माण संभव हो सकेगा, क्योंकि 1000 एकड़ की फिल्म सिटी बनना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि किसी चीज को बनाना अलग बात होती है और चलाना अलग बात होती है। लेकिन, आज के प्रेजेंटेशन को देख कर लग रहा है कि यहां सभी चीजों का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री केवल नाच गाने तक सीमित नहीं है। लाखों को रोजगार, अरबों का व्यापार, हुनर और हौसलों को सलाम भी है। कई सीरियल की शूटिंग तो सालों तक चलती रहती है। इससे यहां के लोगों को भी काफी फायदा मिलेगा।
एनिमेशन इंडस्ट्री की दिशा में किया जाए प्रयास: सौंदर्या
बैठक में तमिल सुपर स्टार रजनीकांत की बेटी और फिल्म निर्माता सौंदर्या भी शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि भारत में अब भी एनिमेशन इंडस्ट्री नहीं है। आज की फिल्मों में इसका बड़ा असर है। योगी जी अगर इस दिशा में कोशिश हो, तो बड़ी सुविधा होगी।
इस सपने को यूपी बनाम महाराष्ट्र न बनने दिया जाए: विनोद बच्चनफिल्म निर्माता विनोद बच्चन बोले कि यूपी में फिल्म सिटी का सपना, दशकों से है। आज वो सपना योगी जी ने देखा है, अब पूरा होना तय है। इसके निर्माण में फिल्म जगत के विद्वान तकनीशियनों का जितना सहयोग लेंगे, उतना ही यह प्रोजेक्ट सफल होगा। मैंने अपनी फिल्मों में हमेशा से ही उत्तर प्रदेश को रिप्रेजेंट किया है। बस इस सपने को यूपी बनाम महाराष्ट्र न बनने दिया जाए। हमसे जो बन सकेगा, हम करने के लिए पूरी क्षमता से तैयार हैं। अब यह और गति पकड़ेगा। एक महत्वपूर्ण बात, फिल्म स्क्रीन की कमी है, योगी जी छोटे-छोटे कस्बों तक पहुंचाने के लिए कुछ प्रयास करें तो बड़ी मदद मिलेगी। महत्वपूर्ण यह भी है कि अच्छे सिनेमा को ही प्रोत्साहित किया जाए।
फिल्म सिटी केवल लोकेशन की जगह एक संस्कृति के रूप में हो विकसित: शैलेश सिंह निर्माता-निर्देशक शैलेश सिंह ने कहा कि जेम्स कैमरन आज दुनिया की सबसे महंगी फिल्म न्यूजीलैंड में बना रहे हैं। हमें समझना होगा कि फिल्म सिटी केवल बिल्डिंग या सेट्स की जगह प्रोवाइड करा देना भर नहीं होता। यह एक संस्कृति है। अगर हमने उन जैसे लोगों को बेहतर माहौल दिया, संस्कृति दी तो वह लोग भी यहां जरूर आएंगे। फिल्म सिटी केवल उत्तर प्रदेश बस लोकेशन बन कर न रह जाए, बल्कि एक संस्कृति के रूप में विकसित हो। यूपी सरकार की विल पॉवर देखकर ऐसा होने का विश्वास भी होता है।निर्देशक विजयेंद्र प्रसाद ने कहा कि योगी जी में बहुत क्षमता है। इन्होंने जो कार्य सोचा है वह जरूर कर सकेंगे। मेरे योग्य कोई कार्य हो, तो खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा।
उदित नारायण ने मुख्यमंत्री के लिए गाया गानाबैठक के अंत में उदित नारायण ने मुख्यमंत्री योगी के लिए सुन मितवा तुझको क्या डर है रे…. सच और साहस है जिसके मन में, अंत में जीत उसी की रहे…गाना गया। इस पर मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर उनका उत्साह बढ़ाया और धन्यवाद दिया।