फतेहपुर: बारिश से गौशालाओं बनी तालाब, गाैवंश भीगने को विवश
– पर्याप्त व्यवस्थाएं न होने से खुले में अधिकतर गौवंश रहने को मजबूर
– गौशालाओं में भरा पानी गायों के लिए बन रहा मुसीबत
फतेहपुर (हि.स.)। जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त किए हुए है वहीं पशु के लिए भी चारे व रहने की मुसीबत खड़ी कर दी है। जिले की गौशालाओं में संरक्षित गौवंशों पर भी बारिश आफत बनकर आई है और गौशालाओं में ज्यादातर गौवंश खुले में भीगने को मजबूर हैं। तेज हवाओं व बराबर गिर रहे पानी से गौवंश अपने को बचाने के लिए लाख कोशिशें कर रहे हैं लेकिन फिलहाल आसरा उन्हें खुले आसमान का ही मिल रहा है। गौशालाओं में जलभराव की भी समस्या है।
जिले की 38 गौशालाओं में 7024 गौवंश संरक्षित है। जिन्हें चारा, पानी तथा स्वास्थ्य सुविधाओं को देने के निर्देश शासन ने दे रखे हैं। जिले में अधिकतर गौशालाएं ऐसी हैं जहां जाड़ा, गर्मी, बरसात से बचने के लिए पर्याप्त शेड नहीं है और इसी का नतीजा है कि गौवंशों को खुले में रहना पड़ रहा है।अब जब बराबर बरसात हो रही है तो लोगों की तरह ही इन बेजुबानों को भी अपने को बचाने के लाले पड़ रहे हैं। आगे भी पानी बरसने के लिए मौसम विज्ञानियों ने अलर्ट जारी कर रखा है और अधिक बरसात इन बेजुबानों के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं होगी।
नसेनियां गौशाला का नजारा ऐसा है जहां गौशाला का 90 प्रतिशत मैदान तालाब बन चुका है। गायें बारिश में खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है। लगातार बारिश से ठिठुर रही है उनके लिए पर्याप्त टीन शेड नहीं नहीं आ रहे हैं।
हालांकि जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे का कहना है कि सभी गौशालाओं की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दे रखे हैं यदि किसी गौशाला में ऐसी समस्याएं होगी उसे तत्काल दूर कराया जायेगा। मौका मुआयना के लिए अधीनस्थों को कड़े निर्देश दिये गये हैं। लेकिन अधीनस्थों व मातहतों की उदासीनता जिलाधिकारी के निर्देश पर भारी पड़े नजर आ रहे है।