प्रभु श्रीराम को राजीव गांधी मानते थे, कांग्रेस नहीं ले रही राम का नाम : प्रमोद कृष्णम

अयोध्या (हि.स.)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प्रभु श्रीराम का निमंत्रण मिलना सौभाग्य है। प्रभु श्रीराम का निमंत्रण कोई ईसाई भी नहीं ठुकरा सकता। प्रभु श्रीराम काे राजीव गांधी मानते थे, महात्मा गांधी मानते थे, लेकिन कांग्रेस राम का नाम नहीं ले रही है। प्रमोद कृष्णम ने ईसाई के बहाने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।

कृष्णम बोले, भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण का पूरा श्रेय मोदी को देना चाहिए

रविवार को अयोध्या पहुंचे प्रमोद कृष्णम ने कहा कि 22 जनवरी का दिन भारत के गौरव का दिन है। यह सच है कि मंदिर का निर्माण उच्चतम न्यायालय के फैसले से हुआ है और श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण शुरू हुआ और 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है मगर यह भी सत्य है कि यदि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री न होते और उनकी जगह कोई अन्य प्रधानमंत्री होता तो संभवत: न्यायालय का फैसला न हो पाता और न ही जन्मभूमि स्थल पर राम मंदिर का निर्माण हो पाता। यह मोदी की इच्छाशक्ति का परिणाम है कि इतने कम समय में भव्य राम मंदिर का निर्माण संभव हो सका है, इसलिए मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा के शुभ दिन का सर्वाधिक श्रेय वह नरेन्द्र मोदी को देना पसंद करेंगे।

मोदी प्रधानमंत्री न होते तो राम मंदिर नहीं बन पाता

कृष्णम ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान कितनी सरकारें आईं और गईं। विश्व हिंदू परिषद (विहिप), आरएसएस, बजरंग दल, संत महात्माओं का संघर्ष और बलिदान इस आंदोलन में है मगर यदि मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं होते तो यह मंदिर नहीं बन पाता। गौरतलब है कि कल्किधाम के पीठाधीश्वर श्रीकृष्णम श्रीराम मंदिर के निर्माण को लेकर भाजपा सरकार की सराहना करते रहे हैं। कई बार अपने बेबाक बयानों से उन्होंने अपनी ही पार्टी कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया है।

कमलेश्वर शरण/सियाराम

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